वाराणसी। भगवान बुद्ध के जन्मदिन पर आस्थावानों का रेला पवित्र गंगा तटों पर उमड़ा है। बुद्ध पूर्णिमा पर्व पर काशी के गंगा तटों पर वैशाख माह की शुक्लपक्ष की पूर्णिमा को पड़ने वाली इस पवित्र तिथि पर सदा नीरा के तट पर आस्थावा पुण्य की डुबकी लगा रहे हैं। आज ही के दिन सारनाथ में भगवान् बुद्ध की पवित्र अस्थियों के दर्शन कराए जाएंगे जिसके लिए जन सैलाब उमड़ा है।
वाराणसी के दशाश्वमेध घाट से लेकर राजघाट और अस्सी घर तक आस्थावान सुबह से ही आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। स्नान के बाद दान-पुण्य भी कर रहे हैं। घाटों पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जल पुलिस द्वारा लगातार अनाउंसमेंट किया जा रहा है। श्रद्धालु स्नान के बाद श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में दर्शन-पूजन कर रहे हैं।
घाट पुरोहितों के अनुसार हिंदू धार्मिक मान्यता के अनुसार बुद्ध पूर्णिमा का बहुत अधिक धार्मिक महत्व होता है। वैसे तो प्रत्येक माह में पड़ने वाली पूर्णिमा का अपना महत्व होता है, लेकिन बुद्ध पूर्णिमा अधिक फलदायक मानी जाती है। आज ही के दिन बौद्ध धर्म के संस्थापक माने जाने वाले भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था। बौद्ध धर्म से जुड़े लोगों के लिए यह दिन बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। आज के दिन व्रत रखने और गंगा में स्नान करने का भी विधान है।
घाटों पर वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस के अलावा एनडीआरएफ और पीएसी के डीप डाइवर और गोताखोर मुस्तैद हैं। लगातार श्रद्धालुओं को गहरे पानी में हेलर के माध्यम से बताया जा रहा है।