काशी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अपने संसदीय क्षेत्र में महिलाओं से संवाद किया।
संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में ‘नारीशक्ति संवाद’ को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दस साल में पहली बार सरकार की नीतियों से लेकर निर्णय तक हमारी माताएं, बहनें, महिलाएं केंद्र में आई हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, “यह भारत की सक्सेज स्टोरी का बहुत बड़ा फैक्टर है। जब घर आपके बिना नहीं चलता तो देश आपके बिना कैसे चल सकता है। 60 वर्ष तक सरकारों को यह बात समझ ही नहीं आई।”
पीएम मोदी ने कहा कि काशी में राजपाट बाबा विश्वनाथ का है, लेकिन व्यवस्था मां अन्नपूर्णा ही चलाती हैं। उन्होंने कहा, “ई पहिले बार ह’, जब हम काशी क’ नामांकन अपने माई के उपस्थिति के बिना कइले हईं। मां गंगा ही अब हमार माई हइन।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “मैंने इसलिए कहा था कि मां गंगा ने पहले मुझे काशी बुलाया था। अब मां गंगा ने मुझे गोद ले लिया है। इतनी सारी मातृशक्ति की मौजूदगी मुझे अभिभूत कर रही है। मैं पार्टी के प्रचार में कितना भी व्यस्त होता हूं, लेकिन बनारस को लेकर हमेशा निश्चिंत रहता हूं। मुझे कोई चिंता ही नहीं रहती, क्योंकि सब कुछ आप लोग ही संभालते हैं। इस गर्मी में अपने स्वास्थ्य का ध्यान जरूर रखिए। मेरा सुझाव है कि कितना भी काम कीजिए, लेकिन पानी साथ रखिए और खूब पीजिए। बिना खाए घर से कतई न निकलिए।”
पीएम मोदी ने कहा कि पहली बार केंद्र में ऐसी सरकार आई है, जिसने महिलाओं के सम्मान की चिंता की है। उन्हें इज्ज्तघर दिए। लोग मजाक उड़ाते थे कि मोदी टॉयलेट की बात करता रहता है। हमने 11 करोड़ टॉयलेट बनाए हैं। मेरी बहन-बेटियों को इसकी बहुत जरूरत थी। मोदी ने गरीब महिलाओं के लिए बिना एक रुपया खर्च किए खाते खुलवाए, ताकि उन्हें मिलने वाला पैसा सुरक्षित रह सके। चार करोड़ से अधिक घर बनाए, लेकिन उसकी रजिस्ट्री महिलाओं के नाम पर कराई, ताकि करोड़ों माताएं घर की मालकिन बनें। यह सिर्फ योजना ही नहीं थी, इससे नारी शक्ति को नया आत्मविश्वास मिला। यही मेरा मिशन और सोच थी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सांसद जब समर्पित रहता है तो बड़ा काम कर सकता है। सांसद के नाते एक काम लगातार करता रहा। काशी में दस साल में तीन लाख से अधिक लोगों का मोतियाबिंद का ऑपरेशन हुआ है। एक आंख के ऑपरेशन में कम से कम दस हजार रुपये खर्च होता है, यानी दो आंखों का 20 हजार रुपये लगता है। मोदी ने तीन लाख परिवार के दस-दस हजार रुपये बचाए हैं। जनऔषधि केंद्रों पर 80 फीसदी छूट से सस्ती दवा मिलती है। इससे भी बनारस के लोगों का करोड़ों रुपये खर्च होने से बचा है। काशी में 90 हजार से अधिक गर्भवती को पीएम मातृवंदना योजना का लाभ मिला है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार पोषण के लिए हर गर्भवती को छह हजार रुपये सीधे बैंक अकाउंट में देती है। आयुष्मान भारत योजना से बनारस के सवा लाख से अधिक लोगों ने मुफ्त इलाज कराया है। माताएं दर्द सहती हैं, लेकिन किसी को बताती नहीं हैं। वे सोचती हैं कि अस्पताल जाएंगी तो खर्च होगा और बच्चों के सिर पर कर्ज चढ़ जाएगा, इसलिए मैंने यह तय किया कि किसी मां को यह पीड़ा नहीं सहनी पड़ेगी। अस्पताल का खर्च आपका बेटा मोदी उठाएगा। बनारस में जिन लोगों ने इस योजना का लाभ उठाया है, उससे अस्पताल में खर्च होने वाला करीब दो सौ करोड़ रुपये बच गया है। अब 70 साल के ऊपर के हर बुजुर्ग के पांच लाख तक के मुफ्त इलाज की चिंता मोदी करेगा। आप सिर्फ आयुष्मान कार्ड बनवाइए, बाकी मोदी पर छोड़ दीजिए।
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ महीने पहले पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना शुरू की गई है। बनारस में दो हजार से अधिक घरों में सोलर प्लांट लग चुके हैं। इससे बिजली बिल में महीने के दो से ढाई हजार यानी साल का 25-30 हजार रुपये बच रहा है। चार जून के बाद जब नई सरकार बनेगी तो इसका विस्तार होगा। हर परिवार को 75 हजार रुपये सोलर पैनल के लिए दिया जाएगा, जिससे बिजली का बिल शून्य हो जाएगा।