कांग्रेस ने हरियाणा, महाराष्ट्र, और झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए रोड मैप बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। कांग्रेस अभी से विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट जाना चाहती है।
यही कारण है कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने प्रत्येक विधानसभा में प्रभारी नियुक्त करने का सुझाव दिया है। इसको लेकर सोमवार शाम दिल्ली में पार्टी नेताओं की एक अहम बैठक भी हुई।
गौरतलब है कि देश में लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद नई सरकार का गठन हो चुका है। अब कुछ समय बाद तीन राज्यों हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव होने हैं।
हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों के दौरान महाराष्ट्र और हरियाणा में कांग्रेस पार्टी का प्रदर्शन पिछली बार के मुकाबले काफी बेहतर हुआ है। हरियाणा में जहां कांग्रेस को 10 में से 5 लोकसभा सीटें मिली हैं, वहीं महाराष्ट्र में कांग्रेस 13 लोकसभा सीटें जीतने में कामयाब रही।
लोकसभा चुनावों के मद्देनजर महाराष्ट्र के अंदर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर भी उभरी है। लोकसभा चुनाव में मिली इस बढ़त को अब पार्टी विधानसभा चुनाव में भी बरकरार रखना चाहती है। यही कारण है कि पार्टी ने इन राज्यों के विधानसभा चुनावों की तैयारी शुरू कर दी है।
दरअसल कई पार्टियां लोकसभा चुनाव के उपरांत अपनी-अपनी पार्टी को लोकसभा चुनाव में मिले नतीजे की समीक्षा करेंगी। इसी क्रम में सोमवार को कांग्रेस ने भी लोकसभा चुनाव की समीक्षा के लिए अल्पसंख्यक विभाग की कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई।
कांग्रेस ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि लोकसभा चुनाव की समीक्षा के लिए सोमवार 10 जून को अल्पसंख्यक विभाग की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक संपन्न हुई। कांग्रेस की यह बैठक 24 अकबर रोड अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मुख्यालय पर हुई।
कांग्रेस का कहना है कि इस दौरान लोकसभा चुनाव के नतीजे और आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर विभाग के साथियों ने अपने सुझाव रखे।
बैठक को लेकर कांग्रेस ने आधिकारिक बयान साझा किया, जिसमें कहा गया कि विभाग के प्रभारी के राजू ने विभाग के कार्यों की तारीफ की और संगठनात्मक विस्तार के सुझाव दिए। पार्टी का यह भी कहना है कि आने वाले हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड के चुनाव के लिए विभाग ने एक रोड मैप तैयार किया है, जिसमें हर विधानसभा में प्रभारी नियुक्त किए जाएंगे।