मई महीने में हुए कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस से बुरी तरह हारकर सत्ता गवां चुकी भातरीय जनता पार्टी (भाजपा) को जल्द एक बड़ा झटका लग सकता है। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू के राजनीति गलियारों में चर्चा है कि आने वाले दिनों कुछ भाजपा विधायक भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।
भाजपा में टूट होने की संभावनाओं को लेकर कर्नाटक की सत्तारुढ़ पार्टी कांग्रेस खुशी से गदगद है। इसकी वजह है कुछ ही महीने बाद लोकसभा चुनाव होने वाले हैं, इसके अलावा बेंगलुरू नागरिक निकाय बीबीएमपी के चुनाव होने हैं।
ऐसा दावा किया जा रहा है कि भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने जा रहे ये वो विधायक हैं जो कांग्रेस विधायक 2019 में पाला बदलक कर भाजपा में शामिल हो गए थे जिनके कारण कर्नाटक में तत्कालीन जद (एस)-कांग्रेस गठबंधन सरकार गिर गई थी और भाजपा ने कांग्रेस के बागी विधायकों की बदौलत संख्या बल जुटाकर कर्नाटक की सत्ता हथिया ली थी।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि हालांकि ऐसे संकेत हैं कि कांग्रेस में चरणबद्ध तरीके से ही इन दलबदलुओं की “घर वापसी” होगी।
भाजपा विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा यशवन्तपुर निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा विधायक एस टी सोमशेखर के हालिया बयानों से शुरू हुई । पूर्व सहकारिता मंत्री कुछ दिन पहले शहर में केम्पेगौड़ा लेआउट के निरीक्षण के दौरान उपमुख्यमंत्री और बेंगलुरु विकास मंत्री डी के शिवकुमार के साथ थे।
कार्यक्रम में बोलते हुए सोमशेखर ने शिवकुमार को अपना गुरु बताया था जिन्होंने उन्हें “सहकारी क्षेत्र में आगे बढ़ने” में मदद की। याद रहे सोमशेखर के अलावा 14 कांग्रेस और तीन जेडीएस विधायकों ने 2019 में जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन सरकार से इस्तीफा दे दिया था।
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार इन विधायकों में से सोमशेखर, शिवराम हेब्बार, बिरथी बसवराजू और के गोपालैया के नाम चर्चा में हैं, जिनके कांग्रेस में शामिल होने की संभावना है। गोपालैया जेडीएस में उन्हें छोड़कर बाकी भगवा पार्टी में जाने से पहले कांग्रेस के विधायक थे।
इतना ही नहीं सूत्रों के अनुसार इन विधायकों ने कांग्रेस में अपनी संभावित वापसी के बारे में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री शिवकुमार, जो कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के अध्यक्ष भी हैं, से बातचीत की है।