वरिष्ठ भाजपा नेता और कर्नाटक सरकार में पूर्व मंत्री केएस ईश्वरप्पा ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मस्जिदों को तोड़कर मंदिर बनाया जाएगा। जहां भी मुगलों ने मंदिरों को तोड़ा है, वहां पर मस्जिद को बनाया है, उन सभी जगहों पर मस्जिदों को तोड़कर मंदिर को बनाया जाएगा।
इससे पहले अप्रैल माह में इश्वरप्पा ने कहा था कि अजान सिर का दर्द है। दरअसल चुनावी रैली को संबोधित करते हुए जब भाषण के दौरान बीच में अजान होने लगी तो उन्होंने कहा था कि यह अजान सिर दर्द है। उस वक्त भी वह चर्चा में आए थे।
हवेरी में पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री ने कहा कि कांग्रेस हिंदू धर्म से नफरत करती है, अघर मुसलमान नहीं होते तो कांग्रेस पार्टी खत्म हो गई होती। कांग्रेस के लिए मुस्लिम उनका परिवार है, कर्नाटक में कांग्रेस सिर्फ मुसलमानों की वजह से ही वजूद में है।
बता दें कि इसी साल अप्रैल माह में ईश्वरप्पा ने चुनावी राजनीति से सन्यास का ऐलान कर दिया था। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह चाहते हैं कि उनका बेटा उनकी संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़े तो उन्होंने कहा कि मैं हाई कमांड से अपने बेटे के लिए टिकट नहीं मांगूंगा, पार्टी हवेरी से जिस भी टिकट देगी मैं उसके साथ खड़ा रहूंगा।
इससे पहले ईश्वरप्पा ने कहा कि पार्टी में अनुशासन की कमी है, इसके लिए पार्टी अध्यक्ष को जरूरी कदम उठाने चाहिए। दरअसल भाजपा के कुछ नेताओं ने चुनाव में हार के लिए पार्टी के समायोजन की राजनीति को जिम्मेदार ठहराया है।
जिसके बाद पार्टी के भीतर खुलकर अंदरूनी कलह सामने आ गई। इस बीच ईश्वरप्पा ने कहा कि कांग्रेस का प्रभाव इस कलह के लिए जिम्मेदार है। भाजपा का आलाकमान मजबूत है, सही समय आने पर कदम उठाया जाएगा। लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है जिस तरह से खुलेआम भाजपा में इस तरह की चर्चा हो रही है। इस तरह की बातें बंद कमरे में होनी चाहिए।