ओखला औद्योगिक क्षेत्र फेस-2 में निर्माणधीन इमारत की दीवार गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। हादसे में मलबे के नीचे दबने से छह अन्य लोग घायल हो गए। तीन घायलों को एम्स ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। पुलिस उपायुक्त राजेश देव ने बताया कि गुरुवार शाम एक निर्माणधीन इमारत की दीवार गिरने की सूचना मिली। पुलिस टीम वहां पहुंची तो पता चला कि करीब 13 लोग मलबे के नीचे दबे हैं। इसके बाद मौके पर पहुंची दमकल की तीन टीमों ने बचाव कार्य शुरू किया।
टीम ने 8 लोगों को अस्पताल पहुंचाया। वहां दो को मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि हादसे वाली जगह पर एक कंपनी का निर्माण कार्य चल रहा है। 500 गज के प्लाट में मिट्टी हटाकर बगल में दीवार खड़ी की गई थी। दीवार के साथ मजदूर मिट्टी हटाने का काम कर रहे थे। इसी दौरान बनाई गई दीवार और मिट्टी दोनों ढह गई। हादसे में वहां काम कर रहे मजदूर उसकी चपेट में आ गए। हादसे वाली जगह पर 13 लोग काम कर रहे थे, जिसमें से आठ लोग मलबे में दब गए और अन्य लोगों ने वहां से भाग कर अपनी जान बचाई।
हादसे के बाद ओखला औद्योगिक क्षेत्र थाना एसएचओ सुखबीर मलिक अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जहां पहले से ही बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे। पुलिस टीम ने लोगों को हादसे की जगह से हटाने का काम शुरू किया और राहत टीम को अंदर बुलाया। लोगों को हादसे की जगह से हटाने को लेकर स्थानीय लोग गुस्सा हो गए और उन्होंने पुलिस टीम पर पथराव शुरू कर दिया। पथराव के बाद पुलिस ने बचाव टीम के साथ मिलकर मिट्टी हटा कर लोगों को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया।
हादसे में जीवित बचे ज्वाला सिं ने बताया कि दीवार बनाने के बाद वहां पर फट्टा या सपोर्ट नहीं लगाई गई था। जिसके चलते जब बिना सपोर्ट के लिए मजदूरों से मिट्टी निकालनी शुरू की तो दीवार में कंपन पैदा हो गया। जो मजदूर दीवार के पास काम कर रहे थे उन्होंने भागना शुरू किया। लेकिन उससे पहले ही दीवार और मिट्टी गिरने लगी। जिसके चलते वह दीवार की चपेट में आ गए। मजदूरों के भागने की आवाज सुनकर बाहर की ओर काम कर रहे मजदूर वहां से भाग गए। जिसके चलते उनकी जान बच गई।