उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बड़ा फैसला किया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर हुए फैसले के तहत पूरे उत्तर प्रदेश में नकली डिग्री व फर्जी कागजात के बल पर डाक्टर बने हुए फर्जी डाक्टरों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जाएगा। इस फैसले के तहत पूरी रणनीति तैयार कर ली गयी है। फैसले पर जल्दी ही अमल शुरू कर दिया जाएगा।
उत्तर प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने यह बड़ा फैसला किया है। बताया गया है कि उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में कुछ फर्जी डाक्टर सक्रिय हैं। झोलाछाप डाक्टर के नाम से पहचाने जाने वाले डाक्टर फर्जी डिग्री बनवाकर गांवों तथा कस्बों में डाक्टरी कर रहे हैं। बिना किसी चिकित्सकीय ज्ञान के कारण की जाने वाली चिकित्सा के कारण उत्तर प्रदेश में प्रतिदिन अनेक मरीजों की मौत हो जाती है। कुछ मरीजों की हालत बद से बदतर हो जाती है। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर डाक्टरी की डिग्री हासिल करने वाले तथा बिना किसी डिग्री के डाक्टरी पेशे को बदनाम करने वालों की पहचान करके उन सभी डाक्टरों को पकड़ने का फैसला किया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस फैसले के अनुरूप पूरी योजना तैयार कर ली है।
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक के पास ही उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री का दायित्व भी है। स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने बताया कि उत्तर प्रदेश की सरकार ने फर्जी डाक्टरों की पहचान करके सभी डाक्टरों को गिरफ्तार करने का फैसला कर लिया हैं इस काम के लिए प्रदेश स्तर, जिला स्तर तथा तहसील स्तर पर टीम गठित की जाएगी। इन टीमों के गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जल्दी ही जिलों में गांव स्तर तक डाक्टरों के सत्यापन का काम शुरू कर दिया जाएगा। जिन डाक्टरों के प्रमाण-पत्र व डिग्री आदि नकली पाई जाएगी। उनके विरूद्ध कानून की विभिन्न धाराओं के तहत रिपोर्ट दर्ज कराकर उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेजा जाएगा।
उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने बताया कि फर्जी डाक्टरों के विरूद्ध पहले भी कार्यवाही की गई है। अब पूरा अभियान चलाकर फर्जी डाक्टरों को जेल भेजने का काम किया जाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार के इस फैसले पर जल्दी ही अमल शुरू होने की संभावना जताई गई है।