उत्तर प्रदेश के संभल जिले में भगवान विष्णु के 10वें अवतार भगवान कल्कि को समर्पित एक मंदिर बनने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज, 19 फरवरी को इस मंदिर की आधारशिला रखेंगे।
श्री कल्कि धाम मंदिर का निर्माण श्री कल्कि धाम निर्माण ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है जिसके अध्यक्ष आचार्य प्रमोद कृष्णम हैं। इस मंदिर को दुनिया का सबसे अनोखा मंदिर कहा जा रहा है।
क्या है कल्कि धाम की खासियत?
- कल्कि धाम को दुनिया का सबसे अनोखा मंदिर कहा जाता है।
- कल्कि धाम पहला धाम है जहां भगवान के अवतार से पहले उनका मंदिर स्थापित किया जा रहा है।
- इस मंदिर में एक नहीं बल्कि 10 गर्भगृह होंगे। इस मंदिर में भगवान विष्णु के दस अवतारों के दस अलग-अलग गर्भगृह स्थापित किए जाएंगे।
- इस मंदिर का निर्माण उसी गुलाबी रंग के पत्थर से किया जा रहा है जिसका उपयोग सोमनाथ मंदिर और अयोध्या के राम मंदिर के निर्माण में किया गया था।
- इस मंदिर के निर्माण में किसी भी स्टील या लोहे के फ्रेम का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।
- मंदिर का शिखर 108 फीट ऊंचा होगा।
- मंदिर का चबूतरा 11 फीट ऊंचा बनाया जाएगा।
- यहां अड़सठ तीर्थ स्थापित किये जायेंगे।
- मंदिर का निर्माण लगभग 5 एकड़ भूमि पर किया जाएगा और इसके निर्माण में लगभग 5 साल का समय लग सकता है।
- यह मंदिर भवन की दृष्टि से तो भव्य होगा ही, धार्मिक दृष्टि से भी दिव्य होगा।
- कल्कि पीठ अपनी पुरानी जगह पर ही रहेगी। कल्कि धाम बनने पर वहां भगवान कल्कि की नई मूर्ति स्थापित की जाएगी जिसकी प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी, जबकि पुराना कल्कि पीठ यथावत बना रहेगा।
- मंदिर के लिए भगवान कल्कि की अद्भुत प्रतिमा बनाई जाएगी।
- शास्त्रों में लिखा है कि जब भगवान कल्कि अवतार लेंगे तो भगवान शिव उन्हें देवदत्त नाम का एक सफेद घोड़ा देंगे। भगवान परशुराम उन्हें तलवार प्रदान करेंगे और भगवान बृहस्पति उन्हें शिक्षा प्रदान करेंगे। मंदिर के लिए भगवान कल्कि की मूर्ति बनाते समय इन सभी बातों का ध्यान रखा जाएगा।