मणिपुर मुद्दे पर संसद के मानसून सत्र में जारी गतिरोध के बीच मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी दलों पर जोरदार तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि सिर्फ ‘इंडिया’ नाम भर रख लेने से काम नहीं चलने वाला। पीएम मोदी ने कहा है कि ईस्ट इंडिया कंपनी ने भी इंडिया का उपयोग किया था।
पीएम मोदी ने बीजेपी संसदीय दल की बैठक में विपक्ष पर जोरदार निशाना साधा है। दरअसल, विपक्षी दलों के बवाल की वजह से चार दिनों से संसद नहीं चल पा रही है। पीएम मोदी ने इसी दौरान विपक्षी गठबंधन का नाम ‘इंडिया’ रखे जाने को लेकर उनपर सीधा हमला बोला है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के मानसून सत्र के चौथे दिन संसद में जारी हंगामे और विपक्षी गठबंधन के नाम में ‘इंडिया’ शब्द को लेकर विपक्षी दलों पर जोरदार निशाना साधा है। 18 जुलाई को बेंगलुरु में आयोजित विपक्ष गठबंधन की बैठक में 26 विरोधी दलों ने अपने अलायंस का नाम ‘इंडिया’ रखा है।
पीएम मोदी ने बीजेपी संसदीय दल की एक महत्वपूर्ण बैठक में कहा है कि सिर्फ ‘इंडिया’ नाम रख लेने से काम नहीं चलेगा, क्योंकि ‘ईस्ट इंडिया कंपनी ने भी इंडिया का इस्तेमाल किया था और इंडियन मुजाहिदीन के नाम में भी भारत था।’
गौरतलब है कि 26 विपक्षी दलों का नाम I.N.D.I.A यानी ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस’ रखा गया है। पीएम मोदी ने कहा है कि विपक्ष पूरी से बिखरा हुआ है। उन्होंने कहा है कि इंडिया नाम लगा लेने से कोई इंडिया नहीं हो जाता और इस तरह से लगता है कि विपक्ष काफी लंबे समय तक सत्ता में आने का इरादा नहीं है।
दरअसल, विपक्षी दल मणिपुर के मसले पर पीएम मोदी से सदन में बोलने की मांग को लेकर लगातार सदन की कार्यवाही नहीं चलने दे रहा है। सरकार की ओर से सोमवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी सदन को भरोसा दिलाया था कि वह मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है। लेकिन, विपक्ष न सिर्फ नियम 267 के तहत चर्चा की मांग पर अड़ा है, बल्कि पीएम मोदी से भी सदन में बयान देने की मांग कर रहा है।
गौरतलब है कि इस मानसून सत्र के पहले दिन ही पीएम मोदी संसद के बाहर प्रेस ब्रिफिंग में मणिपुर में हो रही घटनाओं पर अपनी चिंता जाहिर की थी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई का भी भरोसा दिया था। लेकिन, विपक्षी दल अपने रवैए पर कायम है।