समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक इरफान सोलंकी पर ईडी ने अपना शिकंजा कस लिया है। ईडी ने उसके खिलाफ जांच शुरू कर दी है। ईडी ने अवैध कब्जे से संबंधित मामले को जांच में शामिल किया है। यूपी पुलिस की तरफ से दर्ज केस के आधार पर ईडी ने पीएमएलए के तहत मामला दर्ज किया था। अब इस दो साल पुराने मामले में ईडी जांच शुरू कर दी है।
बता दें कि अवैध कब्जे को लेकर इरफान सोलंकी, शाहिद लारी और कमर आलम के खिलाफ 25 दिसंबर 2022 को कानपुर के जाजमऊ थाने में केस दर्ज किया गया था। अब इसी आधार पर मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत ईडी ने केस दर्ज किया है। ईडी ने इस संबंध में कानपुर पुलिस से जानकारियां भी मांगी है। इतना ही नहीं माना जा रहा है कि ईडी की टीम जल्द कानपुर आएगी और भूमि का मौका मुआयना भी करेगी।
यह मुकदमा दुर्गा विहार निवासी विमल कुमार ने दर्ज कराया था। विमल कुमार का आरोप था कि इरफान सोलंकी ने अपने गुर्गों के साथ मिलकर जाजमऊ स्थित उनकी एक हजार वर्ग मीटर जमीन पर कब्जा कर लिया था। उन्होंने कहा था कि जमीन पर कब्जा करने और उस पर दुकानों का निर्माण करने की जानकारी चकेरी पुलिस को थी। इसके बाद पुलिस ने पुरानी शिकायतों पर मुकदमा दर्ज करना शुरू कर दिया। 25 दिसंबर 2022 को कानपुर के जाजमऊ थाने में यह केस दर्ज किया गया। जिस पर अब ईडी ने जांच शुरू कर दी है।
उत्तर प्रदेश में बीते दिनों से हो रही बारिश और उत्तराखंड के बांधों से छोड़े गये लाखों क्यूसेक पानी की वजह से कई जिले प्रभावित हो गए है। नदियां भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। राप्ती और सरयू में उफान से हाहाकार मचा हुआ है। अवध में करीब 200 गांव बाढ़ की चपेट में है। इन 200 गांव में पानी घुस गया है। राप्ती नदी की बाढ़ ने श्रावस्ती और बलरामपुर के कई इलाकों को अपनी चपेट में ले लिया है। गोंडा, बहराइच, अयोध्या, सीतापुर व बाराबंकी में बढ़ते पानी से हालात खराब हो गए हैं।इसी बीच मौसम विभाग ने आने वाले दो दिनों में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।