इजरायल ने गाज़ा-मिस्र सीमा पर पूरी तरह कब्जा कर लिया है। खुद इजरायली सेना ने ये जानकारी देते हुए कहा कि अब तक मिस्र के सिनाई में जाने वाली 20 सुरंगों का पता लग चुका है। गाज़ा-मिस्र सीमा अब इजरायल के कब्जे में है। इस 14 किलोमीटर की सीमा को ‘फिलाडेल्फ़ी कॉरिडोर’ के तौर पर जाना जाता है। इसे 2006 में इज़राइल ने गाज़ा पट्टी से अलग होने के बाद हथियारों की तस्करी को रोकने के लिए बनाया था। इसे बफर जोन कहते हैं। हालांकि साल 2007 में हमास ने इस क्षेत्र में हमला कर इसे फिलिस्तीन प्राधिकरण से गाज़ा को छीन लिया।
इजरायल की सेना ने कहा कि भूमध्यसागरीय तट के पास के एक हिस्से को छोड़कर पूरी सीमा पर सेना मौजूद है। इस गलियारे के भीतर कई 82 शाफ्ट जो सीमा पार नहीं करते थे, उन्हें भी ढूंढ निकाला गया और उन्हें सेना ने नष्ट कर दिया। सेना ने कहा कि उन्हें यहां पर हमास के रखे गए दर्जनों रॉकेट लांचर मिले जो राजनीतिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र है। बता दें कि ये क्षेत्र 1978 में हुए समझौते कैंप डेविड की शर्तों के तहत तकनीकी रूप से एक विसैन्यीकृत क्षेत्र है।
बता दें कि इज़रायल ने 7 मई को ही मिस्र के साथ राफा सीमा (Gaza-Egypt Border) पार करने वाले फ़िलिस्तीनी हिस्से और बॉर्डर के ज्यादातर हिस्से पर कब्जा कर लिया था। 7 अक्टूबर को गाजा सीमा के पास इजरायलियों पर हमास ने अचानक हमला कर दिया था। जिसमें कम से कम 1,200 इजरायली मारे गए थे। इसके अलावा हमास ने 252 इजरायली और विदेशियों को बंधक बना लिया था। जिसमें 39 की मौत हो गई है।