आर्टिकल 370 हटने के बाद पहली बार कश्मीर में चुनाव हो रहा है। भारी फोर्स तैनाती के बीच श्रीनगर में लंबी लाइनें लगी हुई है। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर लोकसभा क्षेत्र में सोमवार सुबह सात बजे से वोटिंग जारी है। श्रीनगर शहर के पुराने शहर क्षेत्र सहित कई मतदान केंद्रों पर लोगों की लंबी कतारें लगी हैं। आसमान में बादल छाए रहने के बावजूद पुलवामा, कंगन, गांदरबल, बडगाम और पंपोर इलाकों में बड़ी संख्या में मतदाता वोट डालने के लिए निकले हैं।
वर्ष 1987 के बाद कश्मीर में यह पहला चुनाव है जब अलगाववादियों ने चुनाव बहिष्कार का आह्वान नहीं किया है। यहां तक कि घाटी में अलगाववादी भावनाओं का केंद्र माने जाने वाले श्रीनगर के पुराने शहर इलाके में भी मतदाता बिना किसी डर के वोट डालने के लिए निकले हैं।
अधिकारियों ने लोगों को बिना डर के मतदान का माहौल देने के लिए व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की है। पूरे विधानसभा क्षेत्र में भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है।
निर्वाचन क्षेत्र में 8,75,938 पुरुष, 8,71,808 महिलाएं, और 64 थर्ड जेंडर समेत 17,47,810 मतदाता हैं। चुनाव आयोग ने निर्वाचन क्षेत्र में 1,004 शहरी और 1,131 ग्रामीण समेत 2,135 मतदान केंद्र बनाए हैं।
इस निर्वाचन क्षेत्र में 24 उम्मीदवार मैदान में हैं। हालांकि, मुख्य मुकाबला नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के सैयद रुहुल्ला मेहदी, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के वहीद उर रहमान पारा और जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी के मोहम्मद अशरफ मीर के बीच है।