बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान ने रविवार को पहली बार महाराष्ट्र के सेवाग्राम का दौरा किया। एक्टर ने बताया कि वह महात्मा गांधी के अनुयायी रहे हैं। साथ ही खान ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अपने ऊपर प्रभाव के बारे में बात की।
महाराष्ट्र में स्थित सेवाग्राम महात्मा गांधी का आश्रम है। 1936 से 1948 में अपनी मृत्यु तक वे यहीं रहे।
आमिर खान ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा, “मैं पहली बार सेवाग्राम आया हूं। यहां एक जादुई ऊर्जा है। मैं बापूजी का अनुयायी रहा हूं। उनके विचारों का मुझ पर बहुत प्रभाव है। मैं बहुत खुश हूं कि मैं उस जगह आया हूं, जहां उन्होंने समय बिताए हैं। उन्होंने जिन चीजों का इस्तेमाल किया था। उन्हें देखकर बहुत अच्छा लगा, जिसे मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता। यह वाकई एक अद्भुत जगह है।”
बता दें कि आमिर खान पहली बार 1973 की फिल्म ‘यादों की बारात’ में आठ साल की उम्र में पर्दे पर नजर आए थे। आमिर ने 1988 की रोमांटिक फिल्म ‘कयामत से कयामत तक’ में जूही चावला के साथ मुख्य भूमिका निभाई थी।
आमिर खान ने ‘धूम 3’ और ‘पीके’ जैसी कई हिट फ़िल्में भी दी हैं। हालांकि, ‘ठग्स ऑफ हिंदोस्तान’, ‘लाल सिंह चड्ढा’ जैसी उनकी फ़िल्मों को आलोचकों से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली।
एक्टर ने हाल ही में ‘लापता लेडीज़’ का निर्माण किया है। कॉमेडी ड्रामा का निर्देशन उनकी पूर्व पत्नी किरण राव ने किया है। इसमें नितांशी गोयल, प्रतिभा रांटा, स्पर्श श्रीवास्तव, छाया कदम और रवि किशन मुख्य भूमिका में हैं। यह दो युवा नवविवाहित दुल्हनों की कहानी है, जो अपने पति के घर जाने के लिए ट्रेन में यात्रा के दौरान बदल जाती हैं।
उनकी अगली फिल्म ‘सितारे ज़मीन पर’ है। इस स्पोर्ट्स ड्रामा का निर्देशन आरएस प्रसन्ना ने किया है और इसका निर्माण आमिर और किरण ने किया है।