भोजपुरी ऐक्ट्रेस आकांक्षा दुबे की मौत पर से पर्दा हटाने के लिए वाराणसी पुलिस लगातार प्रयास कर रही है। इसी क्रम में पुलिस अब इस मामले से जुड़े चार लोगों की डीएनए प्रोफाइलिंग कराने जा रही है। इसके लिए जल्द ही कोर्ट में आवेदन दिया जाएगा। यह जांच आकांक्षा के कपड़ों के प्रयोगशाला में जांच के बाद आई रिपोर्ट के आधार पर किया जाएगा।
इस संबंध में डीसीपी वरुणा जोन अमित कुमार ने बताया कि आकांक्षा दुबे का शव 26 मार्च को सारनाथ थानाक्षेत्र के होटल सोमेंद्र में मिला था। डॉक्टर के तीन पैनल ने आकंक्षा का पोस्टमार्टम किया था। इस पोस्टमार्टम में फंदा लगाकर लटकने से मौत। इसके अलावा आकांक्षा के कपड़े, बिसरा, वेजाइनल एंड एनल स्वैब को पैथोलॉजिकल और फारेंसिक जांच के लिए भेजा गया था, जिसमें से कपड़े की रिपोर्ट वाराणसी पुलिस को प्राप्त हो गई है।
डीसीपी ने बताया कि कपड़े की जांच के आधार पर चार लोगों की डीएनए प्रोफाइलिंग करने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए अदालत में प्रार्थना पत्र दिया गया है। इनमे जेल में बंद भोजपुरी सिंगर समर सिंह, उसका भाई संजय सिंह, आखरी रात आकांक्षा को होटल छोड़ने वाला संदीप सिंह और पार्टी में ले जाने वाला अरुण पांडेय है।
भदोही के चौरी थानाक्षेत्र के बरदह गांव की रहने वाली भोजपुरी ऐक्ट्रेस आकांक्षा दुबे का शव होटल सोमेंद्र में 26 मार्च की दोपहर कमरा नंबर 105 में पंखे के सहारे संदिग्ध अवस्था में लटका मिला था। इसपर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवाया था। अगले दिन वाराणसी पहुंची मां मधु दुबे ने भोजपुरी सिंगर और उसके भाई संजय सिंह पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज कराया था।
आकांक्षा सिंह मामले में नाटकीय तरीके से 6 अप्रैल को गाजियाबाद से गिरफ्तार हुए समर सिंह की जमानत याचिका 19 मई को जिला जज ने खारिज कर दी थी। इसपर उनके अधिवक्ता ने हाईकोर्ट में अर्जी देने की बात कही है।