ग्रेटर नोएडा के खोदना खुर्द गांव में आज किसान सभा की सभी कमेटियों की मीटिंग बुलाई गई। जिसमें हजारों की संख्या में महिला पुरुष नौजवान किसानों ने हिस्सा लिया। पंचायत की अध्यक्षता महेंद्र प्रधान सुनपुरा ने की। संचालन टीकम इकला ने किया। पंचायत में 24 जून को आंदोलन की जीत के उपलक्ष में आंदोलन के सभी सहयोगी संगठनों एवं राजनीतिक पार्टी के नेताओं कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया। आंदोलन में महिलाओं की विशेष भूमिका को सभी ने स्वीकार करते हुए महिलाओं की नेतृत्व कारी साथियों का भी सम्मान किया गया। पंचायत में जेल गए सभी 33 साथियों को माला पहना कर सम्मानित किया गया।

पंचायत में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, लोकदल, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी,आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रविंदर भाटी, किसान सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं 8 बार के पूर्व सांसद हन्नान मौला को पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया जय जवान जय किसान संगठन के सुनील फौजी, किसान यूनियन अजगर के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरवीर, प्रवक्ता नरेश, भारतीय वीर दल के विजय सिंह, मोदीनगर से आए किसानों के नेता बबली गुर्जर, किसान नेता सुशील प्रधान, मनोज मास्टर सभी को पगड़ी पहनाकर आंदोलन में उनके सक्रिय योगदान को स्वीकार कर उन्हें बधाई दी गई। साथ ही उनसे आगे भी इसी तरह सहयोग और समर्थन की मांग की गई जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार किया।

आज की पंचायत में मुख्य अतिथि अतुल प्रधान विधायक सरधना ने अपने भाषण में कहा कि हम विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं। सत्ता पक्ष के विधायक और सांसदों ने समझौते में जो भूमिका निभाई है हम उसका स्वागत करते हैं। साथ ही इस बात की मांग करते हैं कि समझौते को 15 जुलाई तक वह लागू कराएं तभी उनके सांसद और विधायक और जनप्रतिनिधि होने का मतलब है अन्यथा ऐसे सांसद विधायक होने का कोई फायदा नहीं।

किसान सभा के प्रवक्ता डॉ रुपेश वर्मा ने उपस्थित हजारों किसानों को समझौते के बारे में जानकारी दी और उन्हें बताया कि समझौता अपने आप में ऐतिहासिक है। जिन मुद्दों पर प्राधिकरण और सरकार बात करने को भी राजी नहीं थी न केवल उन्होंने मुद्दों को स्वीकार किया है बल्कि मुद्दों को हल करने के लिए शासन स्तर की हाई पॉवर कमेटी के गठन की बात स्वीकार की है। जिसे समझौते में शामिल मुद्दों पर निर्णय लेने का अधिकार होगा।  2011 में याचिकाकर्ताओं के अतिरिक्त अन्य किसानों को अतिरिक्त मुआवजा देने के संबंध में ठाकुर जयवीर सिंह की अध्यक्षता में हाई पॉवर कमेटी ने ही सिफारिशें की थी जिसके कारण सभी को मुआवजा मिला था। ऐसा पहली बार हुआ है कि किसान आंदोलन के दबाव में सरकार शासन स्तरीय हाई पावर कमेटी के गठन पर राजी हुई है।

समिति में औद्योगिक विकास मंत्री प्रमुख सचिव औद्योगिक चेयरमैन औद्योगिक विकास प्राधिकरण, प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सांसद महेश शर्मा, सांसद सुरेंद्र नागर, विधायक तेजपाल नागर, विधायक धीरेंद्र सिंह शामिल है। किसानों के प्रतिनिधि भी समिति में शामिल होंगे। इस तरह आंदोलन अपने आप में ऐतिहासिक है। सर्कल रेट के रिवीजन नए कानून को लागू करने और रोजगार के शासनादेश को लागू करने के संबंध में जिलाधिकारी स्तर की समिति 15 जुलाई तक अपनी सिफारिशें देगी। जिन्हें आगे मुआवजे के रूप में और रोजगार नीति के रूप में प्राधिकरण लागू करेगा। प्राधिकरण स्तर पर आबादियों की सुनवाई का निस्तारण सुनवाई किए जा चुके प्रकरणों को आगामी बोर्ड बैठक में ले जाने, किसानों के प्लाटों पर पेनल्टी को खत्म करने, 40 वर्ग मीटर के भूमिहीनों के प्लाट के संबंध में कार्रवाई करने सहित अन्य मुद्दों को प्राधिकरण स्तर पर सुलझाया जाएगा।

किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा आज की पंचायत का मकसद अपने सभी सहयोगी संगठनों को सम्मान करना उन्हें बधाई देना, अपनी सभी कमेटियों सक्रिय साथियों खासकर महिलाओं को आंदोलन की जीत की बधाई देना है। जिन महिलाओं ने जिन साथियों ने पुलिस के दमन के बावजूद 7 जून को धरना स्थल पर कब्जा किया उनका धन्यवाद, सभी की ओर से ज्ञापित करना, जेल गए साथियों का आभार व्यक्त करना, समझौते के बारे में जानकारी देना और आगे आंदोलन की योजना की घोषणा करना है।

किसान सभा के उपाध्यक्ष ब्रह्मपाल नागर ने कहा किसान सभा जो आंदोलन शुरु करती है आरपार के लिए करती है। हमने आपसे पहले ही पूरे 1 साल तक आंदोलन को अंजाम पर पहुंचाने का वादा किया था अभी केवल हमें 4 महीने हुए हैं 8 महीने बकाया हैं जेल जाने लाठी चार्ज होने पुलिस का दमन मुकदमा होने के कारण आंदोलन ने ऊंची छलांग लगाई है यही कारण है कि 6 जून तक जिन मुद्दों पर बातचीत करने को अधिकारी तैयार नहीं थे। उत्तर प्रदेश सरकार ने आंदोलन की ताकत के सामने झुकते हुए समझौता किया ऐतिहासिक समझौता किया और समझौते को लागू करने के लिए 15 जुलाई का वक्त लिया है। हमें प्राधिकरण और सरकार पर रत्ती भर भी विश्वास नहीं है यदि 1 इंच भी प्राधिकरण और सरकार समझौते को लागू करने से पीछे हटती है तो हमारी जबरदस्त तैयारी है।

किसान सभा के महासचिव हरेंद्र कारी ने संबोधित करते हुए कहा हमें हर गांव में अपनी कमेटियों का निर्माण करना है सदस्यता करनी है नौजवानों महिलाओं किसानों की कमेटियों को और मजबूत करना है यदि प्राधिकरण ने जरा भी वादाखिलाफी की तो जुलाई महीने में ही 20,000 से अधिक की संख्या में किसान प्राधिकरण को घेराव करने का कार्य करेंगे। इसके लिए 1 दिन भी घर पर नहीं बैठेंगे और गांव गांव जाकर अपने पंचायतें करेंगे। किसान सभा के उपाध्यक्ष हन्नान मौला ने संबोधित करते हुए कहा कि आपका आंदोलन हर कसौटी पर खरा उतरा है आपकी मांगे जायज हैं आपने सभी संगठनों को एकजुट किया है आपने ऐतिहासिक समझौता किया है लागू करने के वास्ते अपने संगठन को और मजबूत आप लोग कर रहे हैं। आंदोलन की इस जीत पर हम आपको बधाई देते हैं और आगे की तैयारी के लिए आपका आह्वान करते हैं ऐसी तानाशाह वादा खिलाफ सरकार के विरुद्ध सजग रहो और आंदोलन की तैयारी में जुटे रहो।

लोक दल के जिला अध्यक्ष जनार्दन भाटी ने ऐलान किया कि जब भी किसान सभा को आदरणीय जयंत चौधरी की आवश्यकता होगी हम उन्हें लाने का कार्य करेंगे। अतुल प्रधान ने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर माननीय अखिलेश यादव को 20000 की संख्या में कार्यकर्ताओं के साथ प्राधिकरण पर लाने का कार्य मैं करूंगा। इसी तरह कांग्रेस पार्टी के नेता दीपक भाटी चोटीवाला ने ऐलान किया कि यदि प्राधिकरण समझौते से जरा भी पीछे हटा तो कांग्रेस पार्टी पूरी तरह आपके साथ खड़ी है और आपकी आवश्यकता और आदेश के अनुसार माननीय राहुल गांधी अथवा प्रियंका गांधी को आंदोलन में उतारा जाएगा। आजाद समाज पार्टी के महासचिव रविंद्र भाटी ने कहा कि मैं अपने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर को जब भी आवश्यकता होगी आंदोलन में लाता रहूंगा।

पंचायत प्रमुख रूप से किसान सभा के संरक्षक जगदीश नंबरदार, गवरी मुखिया, बुध पाल यादव, सुरेश यादव, जिला अध्यक्ष नरेंद्र भाटी, राजेश भाटी, यतेंद्र मैनेजर, रणवीर मास्टर जी, प्रकाश प्रधान, सुशील सुनपुरा, डॉक्टर जगदीश सैनी, भीम सिंह सैनी, निरंकार प्रधान सादोपुर, अशोक जादवपुर, जगदीश नंबरदार, प्रशांत, अमित, श्यामवीर प्रधान पाली, संदीप भाटी थापखेड़ा, पूनम देवी थापखेड़ा, मोहित भाटी, अजब सिंह नेताजी, गीता देवी, निशांत रावल, शांति देवी, मनोज प्रधान, सुरेंद्र भाटी, प्रीतम नगर, लाला नगर, भीम सिंह नागर, सतवीर इटेड़ा, अमित यादव इटेड़ा, रणवीर यादव इटेड़ा, शशांक भाटी, मोनू मुखिया सैनी, रेखा, आशा शर्मा, आशा यादव, मुकेश, राघव, रामसागर, कॉमरेड पुष्पेंद्र त्यागी, कॉमरेड मनोज और हजारों की संख्या में महिला पुरुष नौजवान किसान उपस्थित रहे।

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