प्रयागराज: विशेष कार्यबल (एसटीएफ) के साथ बृहस्पतिवार को मुठभेड़ में मारे गए असद का शव लेकर एंबुलेंस भारी सुरक्षा के बीच कब्रिस्तान में पहुंची, जहां अतीक अहमद के रिश्तेदारों और परिचितों को ही जनाजे में दाखिल होने की अनुमति दी गई। वहीं एक बार फिर माफिया असद के जनाजे में न पहुंचने पर फूट- फूटकर रोया। अतीक बोला मैं दुनिया का सबसे बदनसीब बाप हूं जो कि अपने बेटे के जनाजे में शामिल नहीं हो शका। माफिया ने कहा कि मै बर्बाद हो गया हूं,मेरी बीबी कहां है? जनाजे में न जा पाने से अतीक-अशरफ का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। फिलहाल पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच कसारी मसारी कब्रिस्तान में उसका अंतिम संस्कार कर दिया है।
बता दें कि जनाजे में शामिल होने के लिए शुक्रवार को मजिस्ट्रेट को प्रार्थना पत्र दिया था लेकिन कोर्ट के बंद होने की वजह से उसे अनुमति नहीं मिली। असद, अतीक अहमद के पांच बेटों में तीसरे नंबर का बेटा था और उमेश पाल हत्याकांड के बाद से ही फरार था। अतीक का सबसे बड़ा बेटा उमर लखनऊ जेल में निरुद्ध है, जबकि उसका उमर से छोटा बेटा अली नैनी सेंट्रल जेल में निरुद्ध है। वहीं चौथे नंबर का बेटा अहजम और सबसे छोटा बेटा अबान प्रयागराज के बाल सुधार गृह में हैं। उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन और उसके भाई अशरफ अहमद की पत्नी जैनब भी फरार है इसलिए असद के अंतिम संस्कार में अतीक के परिवार का कोई भी सदस्य शामिल नहीं हुए। उसके रिश्तेदारों ने ही उसक अंतिम संस्कार कर दिया। कसारी मसारी कब्रिस्तान में असद की कब्र खोद रहे जानू खान ने बताया कि अतीक अहमद की मां और उसके पिता की कब्र के पास असद की कब्र में उसे दफना दिया गया।
गौरतलब है कि बहुजन समाज पार्टी के विधायक राजू पाल के हत्याकांड मामले के प्रमुख गवाह रहे उमेश पाल और उसके दो सुरक्षाकर्मियों की इसी साल 24 फरवरी को प्रयागराज में एक ताबड़तोड़ गोलियां चला कर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में वांछित अभियुक्त असद अहमद और गुलाम बृहस्पतिवार को झांसी में विशेष कार्य बल के साथ हुई मुठभेड़ में मारे गए थे। यह घटना उस समय हुई जब अतीक और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज की एक अदालत में पेशी हो रही थी।