लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने असद और गुलाम के एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए ट्वीट कर लिखा। उन्होंने लिखा कि झूठे एनकाउंटर करके भाजपा सरकार सच्चे मुद्दों से ध्यान भटकाना चाह रही है। भाजपाई न्यायालय में विश्वास ही नहीं करते हैं। आज के व हालिया एनकाउंटरों की भी गहन जांच-पड़ताल हो व दोषियों को छोड़ा न जाए। सही-गलत के फैसलों का अधिकार सत्ता का नहीं होता है। भाजपा भाईचारे के खिलाफ है।
बता दें कि, अतीक अहमद के बड़े बेटे असद के और उसके साथ शूटर गुलाम पुत्र मकसूदन भी ढेर कर दिया है। दोनों प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में वांछित थे और प्रत्येक पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम था। असद अहमद और गुलाम का एनकाउंटर करने वाली एसटीएफ की टीम में कुल 12 सदस्य शामिल थे। जिनमें दो डिप्टी एसपी, दो कमांडो, दो इंस्पेक्टर, एक एसआई और पांच हेड कॉन्स्टेबल शामिल थे।
एनकाउंटर की खबर सुनते ही माफिया फूट-फूटकर रोने लगा। झांसी के डीएसपी नवेंदु और डीएसपी विमल के नेतृत्व में यूपी एसटीएफ टीम ने मुठभेड़ में आरोपी को मार गिराया गया है। आरोपियों के पास से विदेशी निर्मित अत्याधुनिक हथियार बरामद किया गया है। वहीं असद की मरने की खबर सुनते ही कोर्ट में आदित्यनाथ योगी के जिंदाबाद के नारे लोग लगाने लगे।
इस एनकाउंटर के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुशी जताई है। उन्होंने एककाउंटर करने वाले अधिकारियों की तारीफ की है। इन दोनों बदमाशों की मौत के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था को लेकर लखनऊ में बड़ी बैठक की। यूपी सीएमओ की तरफ से जारी बयान में बताया गया कि, ‘सीएम योगी ने यूपी एसटीएफ के साथ ही डीजीपी, स्पेशल डीजी लॉ एंड ऑर्डर और पूरी टीम की तारीफ की। प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने मुठभेड़ की जानकारी मुख्यमंत्री को दी। इस पूरे मामले पर सीएम के सामने रिपोर्ट रखी गई।