दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए शुक्रवार का दिन बेहद महत्वपूर्ण है। इसी दिन सुप्रीम कोर्ट दिल्ली के मुख्यमंत्री द्वारा दायर याचिका पर अपना फैसला सुनाने वाला है। इस याचिका में उन्होंने दिल्ली शराब नीति मामले से संबंधित धन शोधन जांच में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा उनकी गिरफ्तारी की वैधता को चुनौती दी है।
सर्वोच्च न्यायालय ने केजरीवाल की याचिका पर अपना फैसला 17 मई को सुरक्षित रख लिया था। केजरीवाल का प्रतिनिधित्व वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक को ईडी ने 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। उन्होंने संघीय एजेंसी द्वारा भेजे गए सभी नौ समन का जवाब नहीं दिया था।
सर्वोच्च न्यायालय में अपनी अपील में केजरीवाल ने तर्क दिया कि आम चुनावों की घोषणा (18 मार्च) के बाद उनकी गिरफ्तारी “बाहरी कारणों से प्रेरित” थी। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने दिल्ली उच्च न्यायालय के 9 अप्रैल के आदेश के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था, जिसमें मामले में उनकी गिरफ्तारी को बरकरार रखा गया था।