अयोध्या सामूहिक बलात्कार की घटना पर भाजपा और सपा के बीच तेज हुई ‘वाक्युद्ध’ के बीच, सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने रविवार को अदालत से मामले का स्वत: संज्ञान लेने और अपनी निगरानी में पीड़ितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया। उन्होंने अपने एक्स पोस्ट में लिखा कि बलात्कार पीड़िता के लिए सरकार अच्छे-से-अच्छा चिकित्सीय प्रबंध कराए। बालिका के जीवन की रक्षा की ज़िम्मेदारी सरकार की है।
इसके साथ ही सपा नेता ने कहा कि माननीय न्यायालय से विनम्र आग्रह है कि स्वत: संज्ञान लेकर स्थिति की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए अपने पर्यवेक्षण में पीड़िता की हर संभव सुरक्षा सुनिश्चित करवाएं। बदनीयत लोगों का इस तरह की घटनाओं का राजनीतिकरण करने का मंसूबा कभी कामयाब नहीं होना चाहिए। इससे पहले अखिलेश ने इस मामले में कहा था कि कुकृत्य के मामले में जिन पर भी आरोप लगा है उनका DNA TEST कराकर इंसाफ़ का रास्ता निकाला जाए न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए। जो भी दोषी हो उसे क़ानून के हिसाब से पूरी सज़ा दी जाए, लेकिन अगर DNA TEST के बाद आरोप झूठे साबित हों तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी न बख्शा जाए। यही न्याय की माँग है।
यूपी सरकार अयोध्या सामूहिक बलात्कार मामले में एक्शन में है। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कड़ी की जा रही है। वहीं, भाजपा और समाजवादी पार्टी के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है। जबकि भाजपा इस मामले में पहचाने गए आरोपियों में से एक मोइद खान, जो कि सपा का सदस्य माना जाता है, के खिलाफ कथित निष्क्रियता के लिए सपा पर निशाना साध रही है, वहीं अखिलेश यादव के नेतृत्व वाले संगठन ने भी इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने के लिए भगवा पार्टी की आलोचना की है।
अब, दोनों के बीच वाकयुद्ध की ताजा स्थिति में, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता केशव प्रसाद मौर्य ने बलात्कारी को बचाने के लिए एसपी की आलोचना की। हालाँकि, एसपी ने भी डिप्टी सीएम पर कड़ा पलटवार किया और उनका (मौर्य का) नार्को टेस्ट कराने की मांग की, “यह स्पष्ट करने के लिए कि संवेदनशील मुद्दों पर सस्ती राजनीति कौन कर रहा है।” केशव मौर्य ने एक्स पर लिखा कि बलात्कारियों को बचाना सपा की जन्मजात फ़ितरत है। अगर बलात्कारी मुसलमान हो तब पूरा का पूरा सैफ़ई परिवार उसे बचाने के लिए खूंटा गाड़ देता है। सपा होगी सफा।
इस बीच, सपा नेता और अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव ने मौर्य के ट्वीट पर जोरदार पलटवार किया। एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में, यादव ने मौर्य के ट्वीट का जवाब देते हुए कहा, “मैं अयोध्या के घटना की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं व साथ ही श्री पवन पांडेय द्वारा किए गए नार्को टेस्ट की मांग का समर्थन भी करता हूं। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या का भी नार्को टेस्ट होना चाहिए ताकि यह स्पष्ट हो सके कि संवदेनशील विषयों पर घटिया राजनीति कौन कर रहा है।”