समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अयोध्या में राम मंदिर में सफाई कर्मी के रूप में काम करने वाली युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म मामले में आरोपियों के साथ ही गैर जिम्मेदार पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी सख़्त दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है।
अयोध्या में 20 वर्षीय एक युवती द्वारा नौ लोगों पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाये जाने का मामला सार्वजनिक होने के बाद सपा प्रमुख ने शनिवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”अयोध्या में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार एक युवती का जो वीडियो-बयान सामने आया है, उससे प्रदेश में बढ़ रहे महिला उत्पीड़न और अत्याचार के मामलों का मूल कारण सामने आ गया है कि किस प्रकार कुछ असंवेदनशील पुलिसकर्मियों की वजह से पीड़िता को रिपोर्ट लिखवाने के लिए कितना अधिक प्रताड़ित होना पड़ा।”
अखिलेश यादव ने इसी पोस्ट में कहा, ”रिपोर्ट लिखवाने की जटिलता के कारण कितने अपराध दर्ज ही नहीं हो पाते हैं, जिससे अपराधियों के हौसले बुलंद हो जाते हैं।” उन्होंने मांग करते हुए कहा, ”पीड़िता के साथ न्याय हो और अपराधियों के साथ ही गैर जिम्मेदार पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी सख्त दंडात्मक कार्रवाई हो।” सपा प्रमुख ने इस पोस्ट में 13 सेकंड का एक वीडियो साझा किया है, जिसमें पीड़ित युवती पुलिस का सहयोग न मिलने समेत अपनी पीड़ा बयां कर रही है।
बता दें कि अयोध्या के कैंट थाने में पीड़ित युवती के द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी के अनुसार, 16 से 25 अगस्त के बीच तीन अलग-अलग मौकों पर उससे सामूहिक दुष्कर्म किया गया। सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाये जाने के बाद पुलिस ने अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। अयोध्या के पुलिस अधीक्षक (शहर) मधुवन सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किये गए लोगों की पहचान वंश, विनय, शारिक, शिवा और उदित के रूप में हुई है। पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में महिला ने दावा किया, “वह अयोध्या में राम जन्मभूमि पर सफाई कर्मचारी के रूप में काम करती है और एक स्थानीय महाविद्यालय में बीए अंतिम वर्ष की छात्रा है।”