अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के एक सप्ताह पहले पकड़े गए खालिस्तानी समर्थकों को एटीएस रिमांड पर लेगी इसकी लिए कागजी तैयारियां शुरू कर दी है। एटीएस गैंगेस्टर शंकर लाल दुसाद और उसके दो साथियों से पूछताछ कर खालिस्तानी आतंकी पन्नू से रिश्ते की पड़ताल करेगी। साथ ही उप्र में खालिस्तानी समर्थकों की जड़ों तक पहुंचने की कोशिश करेगी। फिलहाल तीनों खालिस्तानी समर्थक तीन फरवरी तक न्यायिक हिरासत के तहत जेल में हैं। दरअसल, एटीएस खालिस्तानी समर्थकों से पूछताछ में यह जानने का प्रयास करेगी कि आतंकी पन्नू ने अयोध्या में गड़बड़ी को लेकर अपने खतरनाक इरादे के साथ किस तरह की तैयारी कर रखी है। इन तक समर्थको की पन्नू से किस हद तक रिश्ते हैं।
बीते गुरूवार को एटीएस की शुरूआती पूछताछ में गैंगेस्टर शंकर लाल दुसाद उर्फ शंकर जाजोद ने बताया था कि विदेश में रह रहे हरमिन्दर सिंह उर्फ लांडा, जो खालिस्तान समर्थक है, उसके द्वारा मुझे निर्देश दिया गया था कि प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) का मुखिया गुरपतवन्त सिंह पन्नू ने कहा है कि अयोध्या जाकर वहाँ रेकी कर नक्शा भेजें तथा उसके निर्देश का इंतजार करें। उसी अनुसार घटना का अंजाम दिया जाएगा एवं सामग्री आदि उपलब्ध करा दी जाएगी।
एटीएस के मुताबिक फिलहाल हरमिन्दर सिंह उर्फ लांडा नाम के शख्स की अभी कहीं से शिनाख्त नहीं हो पा रही है। लिहाजा रिमांड पर लेकर नए सिरे से यह पता लगाया जाएगा कि वाकई हरमिन्दर ने ही दुसाद को पन्नू का संदेश दिया था या दुसाद सीधे तौर पर पन्नू से जुड़ा हुआ है। एटीएस का मानना है कि अगर दुसाद, खालिस्तानी आतंकवादी पन्नू से सीधे जुड़ा हुआ है तो उसे पन्नू के आगे की खतरनाक गतिविधियों की पूरी जानकारी होगी। ऐसे में उससे पूछताछ कर महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की जा सकती है। इसके अलावा उप्र में खालिस्तानी समर्थकों की गतिविधियों और उनकी तक पहुंचने में भी कामयाबी सकती है। वहीं दूसरी ओर की एक टीम पकड़े गए समर्थकों की कुण्डली जुटाने में जुटी हुई है। इसके लिए राजस्थान भी जा सकती है।