उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 5 दिसंबर को सेवारत पीसीएस अधिकारी की 22 वर्षीय बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया था। युवती को जबरन कार में बैठाकर उससे चलती कार में सामूहिक बलात्कार किया गया। इस मामले में पुलिस ने सोमवार को सत्यम मिश्रा, सुहेल और असलम नामक व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। अब इस मामले में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना को निंदनीय बताया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने कुछ पेपर की क्लिप भी शेयर की है। अखिलेश ने लिखा, ‘ये उप्र में अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस के जीरो हो जाने का परिणाम है। निंदनीय!’
मिली जानकारी के मुताबिक लड़की का किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के मानसिक चिकित्सा विभाग में इलाज हो रहा था और आने-जाने के दौरान उसकी विश्वविद्यालय के बाहर चाय का ठेला लगाने वाले सत्यम नामक व्यक्ति से जान पहचान हो गई। पिछली 5 दिसंबर को सत्यम और एंबुलेंस चलाने वाले उसके साथियों सुहेल तथा असलम ने मोबाइल फोन चार्ज करने के बहाने युवती को एक कार में बैठा लिया और उसे लखनऊ-अयोध्या राजमार्ग पर एक ढाबे में ले गए और वहां उसे कोई नशीली चीज खिला दी।
इसके बाद आरोपियों ने युवती को कार में बैठाया और उससे कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया। उसके बाद आरोपी पीड़िता को लखनऊ के पॉलिटेक्निक चौराहे के पास छोड़कर भाग गए। युवती की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी इसलिए पुलिस को घटना की फौरन सूचना नहीं दी गई। 10 दिसंबर की शाम को वजीरगंज थाने में इस सिलसिले में मुकदमा दर्ज कराया गया और आरोपी सत्यम को गिरफ्तार किया गया। उसकी निशानदेही पर बाकी 2 आरोपियों को भी पकड़ लिया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है।