समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव को अपना दल (कमेरावादी) के साथ मिलकर लड़ने का एलान करते हुए कहा कि आप लोग जिस भरोसे के साथ आए हैं हम उसे पूरा सम्मान देंगे। सपा प्रमुख ने यहां इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में अपना दल (कमेरावादी) के स्थापना दिवस समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए खुद को आमंत्रित करने के लिए कमेरावादी नेताओं का धन्यवाद किया। उन्‍होंने कहा, ”हम लोग 2024 का लोकसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ेंगे और आप लोग जिस भरोसे के साथ आए हैं हम उसे पूरा सम्मान देंगे।” उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की स्थापना चार नवम्बर 1992 में हुई थी जबकि अपना दल की स्थापना 4 नवम्बर 1995 में हुई।

यादव ने कहा, ”पिछड़ों, दलितों, अल्पसंख्यकों में आई जागरूकता और उनकी बढ़ती ताकत के सामने सामाजिक न्याय विरोधी ताकतें भी अब झुकने को मजबूर हैं। समाजवादी और कमेरावादी लंबे समय से जातीय जनगणना की मांग कर रहे हैं।” उन्‍होंने बिना नाम लिए सत्‍ता पक्ष पर निशाना साधते हुए कहा ,”सामाजिक न्याय विरोधी ताकतें जातीय जनगणना का विरोध कर रही थी, लेकिन अब वह भी अपनी नीति बदलने पर मजबूर हैं, अब वह भी कह रही हैं जातीय जनगणना का विरोध नहीं करेंगे।” यादव ने बिना जातीय जनगणना के सामाजिक न्याय अधूरा बताते हुए कहा कि जातीय जनगणना होने से समाज में सभी जातियों की संख्या का पता चलेगा, जिससे उन्हें आबादी के अनुपात में हक और सम्मान मिल सकेगा।
आपको बता दें कि अपना दल की स्थापना अपना दल (कमेरावादी) की अध्यक्ष कृष्णा पटेल के पति और केन्‍द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के पिता डॉक्टर सोनेलाल पटेल ने 4 नवंबर 1995 को की थी। उससे पहले डॉक्टर पटेल बसपा संस्थापक कांशीराम के प्रमुख सहयोगी थे। वर्ष 2009 में एक हादसे में डॉक्टर पटेल का निधन हो गया था। उनके निधन के बाद उनकी पत्नी कृष्णा पटेल ने पार्टी का नेतृत्व संभाला और बेटी अनुप्रिया पार्टी की महासचिव बनीं। हालांकि डॉक्टर पटेल के निधन के कुछ ही वर्षों बाद अपना दल में दो फाड़ हो गया। एक धड़े अपना दल (सोनेलाल) का नेतृत्व अनुप्रिया और दूसरे धड़े का नेतृत्व उनकी मां कृष्णा पटेल कर रही हैं।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, शनिवार को जहां अपना दल (सोनेलाल) का स्थापना समारोह अयोध्या में मनाया गया वहीं अपना दल (कमेरावादी) ने लखनऊ में स्थापना समारोह आयोजित किया। अनुप्रिया पटेल की पार्टी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की साझीदार है। 2022 का उप्र विधानसभा चुनाव अपना दल (कमेरावादी) ने सपा से मिलकर लड़ा। यादव ने कहा, ”हम लोग साथ आए हैं अगर इसी तरह से गठबंधन बना रहेगा तो आने वाले समय में परिवर्तन होना तय है।” उन्होंने कहा कि ”हमें जो विरासत में मिला है हमारी जिम्मेदारी है कि हम आने वाली पीढ़ी को उसे और अच्छी तरह से मजबूत बनाकर दें। दोनों दलों का लक्ष्य एक है।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Verified by MonsterInsights