बेंगलुरु के सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष के सुसाइड केस में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। इस हाई-प्रोफाइल मामले में जौनपुर फैमिली कोर्ट में दर्ज अतुल बनाम निकिता सिंघानिया केस से एक और चौंकाने वाला दस्तावेज सामने आया है। इसमें अतुल ने अपनी पत्नी निकिता पर रोहित निगम नामक शख्स के साथ अवैध संबंध होने का गंभीर आरोप लगाया था। हालांकि, निकिता ने कोर्ट में इसका खंडन करते हुए इसे पूरी तरह से गलत बताया।
अतुल का कहना था कि 2021 में उनके और निकिता के रिश्तों में तनाव शुरू हुआ, तभी से रोहित उनके घर अक्सर आता था। उन्होंने निकिता और रोहित के बीच लंबी फोन कॉल्स और बढ़ती नजदीकियों को लेकर सवाल उठाए। हालांकि, अतुल ने यह भी स्वीकार किया कि उन्होंने दोनों को कभी आपत्तिजनक स्थिति में नहीं देखा, लेकिन उन्हें शक था कि उनके बीच कुछ अटपटा चल रहा है।
निकिता ने कोर्ट में सफाई दी कि रोहित निगम उनके पिता के दोस्त का बेटा है और उनके बीच दोस्ती से ज्यादा कुछ नहीं है। निकिता ने दावा किया कि अतुल ने उनके साथ कई बार मारपीट की और मानसिक प्रताड़ना दी।
निकिता ने बताया कि जुलाई 2021 में जब उनकी मां निशा बेंगलुरु आई थीं, तब रोहित हमसे मिलने आता था। इसके बावजूद, अतुल ने बिना किसी कारण के उनके साथ लड़ाई-झगड़ा किया और उनकी मां के सामने उन्हें मुक्के मारे। निकिता ने आरोप लगाया कि अतुल ने उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया, बावजूद इसके कि उन्होंने अपने स्त्रीधर्म का पालन किया। अंततः, उन्हें घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा। निकिता ने यह भी कहा कि वह अतुल को छोड़ना नहीं चाहती थीं, लेकिन उनके व्यवहार के कारण ही उन्हें घर छोड़ने का कदम उठाना पड़ा।
अतुल ने 9 दिसंबर को 24 पन्नों का सुसाइड नोट छोड़कर आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने अपनी पत्नी निकिता, सास, साले और चाचा ससुर पर उन्हें सुसाइड के लिए उकसाने का आरोप लगाया था। पुलिस ने निकिता और उनके परिवार के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया, जिन्हें फिलहाल न्यायिक हिरासत में रखा गया है।
इस मामले में चौथे आरोपी, निकिता के चाचा, को हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत मिल गई है। वहीं, अन्य आरोपियों को 31 दिसंबर को कोर्ट में पेश किया जाएगा। केस से जुड़े हर नए तथ्य इसे और जटिल बना रहे हैं, जिससे न्याय मिलने की प्रक्रिया पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।