कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अडानी विवाद को लेकर गांधी भवन से राजभवन तक विरोध रैली निकाली। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया। केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश में जुटे विपक्ष संसद से ईडी दफ्तर तक मार्च करने की कोशिश भी की। हालांकि पुलिस ने सांसदों को डिटेन करना शुरू कर दिया। हालांकि पुलिस ने सभी विपक्षी नेताओं के प्रतिनिधिमंडल को ही आगे बढ़ने की इजाजत दी। बाकी सांसद वापस लौट रहे हैं।
इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मार्च रोके जाने पर कहा है कि 200 सांसदों को रोकने के लिए 2000 पुलिसवाले लगाए गए हैं. देश में आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है। हम अडानी मामले में ज्ञापन सौंपने के लिए ईडी जा रहे हैं लेकिन सरकार हमको विजय चौक के पास भी नहीं जाने दे रही। जो लोग अपने पैसे सरकार के विश्वास के साथ बैंक में रखते हैं वही पैसे सरकार एक व्यक्ति को सरकार की संपत्ति खरीदने के लिए दे रही है।
खरगे ने कहा कि मोदी जी ऐसे लोगों को प्रोत्साहन दे रहे हैं। जिस व्यक्ति ने 1650 करोड़ रुपए से अपना करियर की शुरुआत की और अब उसके पास 13 लाख करोड़ की संपत्ति है तो हम चाहते हैं कि इसकी जांच हो। प्रधानमंत्री और अडानी का क्या रिश्ता है।
इसके साथ ही मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहािक उनका(भाजपा) यही प्रयास है कि लोकतंत्र को खत्म करो और नियंत्रित लोकतंत्र, रूस और चीन जैसा आए।