कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कहा है कि ‘अगर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार संसद में 19 सितंबर को महिला आरक्षण विधेयक पेश करती है तो यह कांग्रेस और यूपीए सरकार में उसके सहयोगियों की जीत होगी।’ महिला आरक्षण बिल को नरेंद्र मोदी कैबिनेट की मंजूरी मिलने वाली रिपोर्ट के बाद पी चिदंबरम का ये बयान सामने आया है।
सूत्रों के हवाले से 18 सितंबर की रात ये खबर सामने आई है कि महिला आरक्षण बिल को नरेंद्र मोदी कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है। हालांकि इसपर अधिकारिक तौर पर किसी का बयान नहीं आया है। दावा किया जा रहा है कि कल शाम हुई, कैबिनेट बैठक में ये फैसला लिया गया है।
कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने एक्स (ट्विटर का बदला हुआ नाम) पोस्ट में लिखा, ”अगर सरकार कल (19 सितंबर) महिला आरक्षण विधेयक पेश करती है तो यह कांग्रेस और यूपीए सरकार में उसके सहयोगियों की जीत होगी याद रखें, यूपीए सरकार के दौरान ही यह विधेयक 9-3-2010 को राज्यसभा में पारित हुआ था।”
पी चिदंबरम ने आगे लिखा, ‘अपने 10वें साल में, भाजपा उस विधेयक को फिर से जीवित कर रही है जिसे उसने इस उम्मीद में दबा दिया था कि विधेयक का शोर खत्म हो जाएगा। लेकिन इसके विपरीत, हर अवसर पर कांग्रेस ने इस मुद्दे को उठाया है। हाल ही में हैदराबाद में हुई सीडब्ल्यूसी बैठक में -कांग्रेस ने विधेयक को संसद में पारित करने के लिए जोरदार ढंग से अपील की थी। आशा करते हैं कि विधेयक चालू सत्र में पेश हो और पारित हो जाएगा।”
If the government introduces the Women’s Reservation Bill tomorrow, it will be a victory for the Congress and its allies in the UPA government
Remember, it was during the UPA government that the Bill was passed in the Rajya Sabha on 9-3-2010
In its 10th year, the BJP is…
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) September 18, 2023
बता दें कि उम्मीद की जा रही है कि संसद के विशेष सत्र के दूसरे दिन मोदी सरकार सदन में महिला आरक्षण बिल पेश करेगी। हालांकि महिला आरक्षण बिल पर अभी विवरण आने बाकी हैं।