बॉम्बे हाईकोर्ट बदलापुर नाबालिगों के यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी अक्षय शिंदे के पिता की अर्जी पर अरजेंट सुनवाई को तैयार हो गया है। आरोपी अक्षय़ शिंदे को ठाणे पुलिस ने गोली मार दी थी। परिजनों ने पुलिस पर फर्जी एनकाउंटर का आरोप लगाया है और कहा है कि इसके पीछे बड़ी साजिश है। बदलापुर यौन उत्पीड़न के आरोपी के पिता ने अपने बेटे के दफन के लिए जमीन की मांग करते हुए अंबरनाथ नगर परिषद के मुख्य अधिकारी के खिलाफ बॉम्बे उच्च न्यायालय में एक आवेदन दायर किया है। इसके अलावा परिवार ने सुरक्षा की भी मांग की है। बार एंड बेंच की रिपोर्ट के अनुसार, न्यायमूर्ति रेवती मोहिते डेरे और न्यायमूर्ति एमएम सथाये की पीठ मामले की सुनवाई करेगी।
अक्षय शिंदे के परिवार के सदस्य भी उनके अंतिम संस्कार के लिए सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। अक्षय के चाचा अमर शिंदे ने गुरुवार को मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि परिवार ने अभी तक दफनाने के लिए जगह तय नहीं की है। उन्होंने अंतिम संस्कार के दौरान पुलिस सुरक्षा की आवश्यकता पर जोर दिया, अक्षय शिंदे के माता-पिता और उनके वकील की जान को खतरा बताया। अक्षय शिंदे के वकील अमित कटारनवरे ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि 24 वर्षीय अक्षय ने पहले दाह संस्कार के बजाय दफनाने की इच्छा व्यक्त की थी।
इससे पहले बीते दिनों अक्षय शिंदे के पिता ने बॉम्बे हाई कोर्ट को बताया कि परिवार उनके शव को लेने के लिए तैयार है, लेकिन उन्हें दफनाने के लिए जगह नहीं मिल पा रही है। सरकारी वकील ने कोर्ट को भरोसा दिलाया कि ठाणे क्राइम ब्रांच के एक डिप्टी कमिश्नर पुलिस जरूरी व्यवस्था करने में परिवार की मदद करेंगे।