भारी बारिश ने उत्तर भारत के सभी राज्यों में तांडव मचा रखा है। सबसे ज्यादा हाहाकार हिमाचल प्रदेश और इस जैसे अन्य पहाड़ी राज्यों में मचा हुआ है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नडडा ने अपने गृह राज्य हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिन्दल से बात कर प्रदेश में भारी बारिश के कारण हुए नुकसान से संबंधित हालात का जायजा लिया।
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की वजह से पैदा हुए हालात और लोगों की परेशानी को देखते हुए नड्डा ने पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को आगे बढ़कर प्रभावित लोगों की हरसंभव मदद का निर्देश दिया है।
हिमाचल में भारी बारिश जारी रहने का अनुमान, यात्रा से बचने की सलाह
मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में सोमवार को लगातार तीसरे दिन भारी से अत्यधिक भारी बारिश की भविष्यवाणी की है, जिसके मद्देनजर सरकार ने गैर-जरूरी यात्रा न करने की सलाह दी है। अत्यधिक बारिश के कारण राज्य में कई स्थानों पर भूस्खलन हो चुका है और राजमार्ग तथा लिंक सड़कें अवरुद्ध हैं।
यहां मौसम कार्यालय के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “बिलासपुर, सोलन, शिमला, सिरमौर, ऊना, हमीरपुर, मंडी और कुल्लू जिलों में गरज के साथ मध्यम से भारी बारिश जारी रहने की संभावना है।”
उन्होंने कहा कि शेष जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।
राज्य सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, पूरे हिमाचल में बारिश से जुड़ी घटनाओं में आठ लोगों की जान चली गई है।
राज्य सरकार ने घोषणा की है कि राज्य में भारी बारिश को देखते हुए सोमवार और मंगलवार को सभी स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे।
राज्य पुलिस के अनुसार, चंडीगढ़-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग पर सोलन जिले में भूस्खलन और मलबे के कारण यातायात वर्तमान में सिंगल लेन में चल रहा है।
पुलिस ने लोगों को सलाह दी है कि क्षेत्र में भारी बारिश हो रही है। अत: तब तक यात्रा करने से बचें जब तक यह अत्यंत आवश्यक न हो।’
एनडीआरएफ की एक टीम ने देर रात के ऑपरेशन में मंडी जिले के नगवाईं गांव के पास ब्यास नदी में फंसे छह लोगों को बचाया। लगातार बारिश के बाद नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है।
इस बीच, कुल्लू जिले के कसोल में फंसे पांच लोगों को भी बचाया गया है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अभिषेक त्रिवेदी ने ट्वीट किया, “कुल्लू में किसान भवन में लगभग 20-21 लोग फंसे हुए हैं और यह खतरनाक रूप से चारों ओर से नदी से घिरा हुआ है। ज़मीनी बचाव बहुत कठिन है। प्रशासन सोमवार सुबह वायु सेना की मदद की मांग कर रहा है।”
बिलासपुर जिले के लिए पुलिस अपडेट के अनुसार, जिले से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग यानी शिमला-धर्मशाला, मनाली-चंडीगढ़ (पुराना) और मंडी-शिमला मार्ग पर गाड़ियां चल रही हैं।
मंडी जिले के थुनाग में बादल फटने से दुकानों और घरों को भारी नुकसान होने की खबर है।
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने रविवार को ऊना जिले के बारिश प्रभावित इलाकों का दौरा किया।
उन्होंने कहा कि भारी बारिश और बाढ़ के कारण जल शक्ति विभाग की 4,680 जलापूर्ति योजनाएं क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
एक सरकारी अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, राज्य की सभी नदियों – सतलुज, ब्यास और यमुना – जो पड़ोसी राज्यों पंजाब और हरियाणा में प्रवेश करती हैं, उफान पर हैं।