उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज पीडब्ल्यूडी के सात अधिकारियों पर अपनी गाज गिरा सकते हैं। हरदोई के चर्चित सड़क घोटाला मामले में सीएम योगी आज अपना फैसला सुनाने वाले हैं। दरअसल, करोड़ों रुपये के सड़क घोटाले में पीडब्ल्यूडी के सात इंजीनियर दोषी पाए गए थे। इस जांच के आदेश खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए थे। जांच के दौरान निर्माण की बेहद घटिया सामग्री प्राप्त हुई थी।
बता दें कि जांच प्रमुख सचिव, पीडब्ल्यूडी अजय चौहान की अध्यक्षता में की गई थी। जांच के दौरान पीडब्ल्यूडी के सात अधिकारी दोषी पाए गए थे। यहां सड़कों को तैयार करने के लिए लगाई गई निर्माण सामग्री बिल्कुल अच्छी नहीं थी। चार सड़कों की नमूना जांच जब की गई तो उसमें तारकोल भी मानक से काफी कम मिला। विशेष मरम्मत के एस्टीमेट भी गड़बड़ भेजे गए थे। इसी के चलते दोषी पाए गए सभी अधिकारी आज सस्पेंड हो सकते हैं। उन्हें निलंबित करने का निर्णय ले लिया गया है। सिर्फ औपचारिक आदेश जारी होना बाकी है।
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने शुक्रवार को 2023 बैच के 20 प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों से मुलाकात की। मनोज कुमार सिंह ने अधिकारियों को उनकी उप्लब्धि के लिए बधाई दी। इसके साथ ही उन्होंने यूपी पुलिस की तारीफ करते हुए कहा कि यह पुलिस बल देश का सबसे बड़ा पुलिस बल है। यूपी पुलिस बल नवीनतम टेक्नोलॉजी से लैस है। उन्होंने आगे कहा कि आज इंटरनेट और सोशल मीडिया होने के कारण चीजें पल भर में वायरल हो जाती हैं और अपराध के तरीके में बदलाव आया है। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए उन्हें नवीनतम टेक्नोलॉजी को लेकर अपग्रेड रहना होगा।