भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस द्वारा मतदान प्रतिशत के आंकड़े जारी नहीं करने को लेकर निर्वाचन आयोग पर सवाल उठाना विपक्ष की हताशा और घबराहट को दर्शाता है क्योंकि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) लोकसभा चुनाव में 400 से अधिक सीटें जीतने जा रहा है। कांग्रेस ने पहले चरण के तहत हुए मतदान से संबंधित आंकड़े जारी करने में देरी के लिए मंगलवार को निर्वाचन आयोग पर निशाना साधा था। आयोग ने उसी शाम समग्र आंकड़े जारी किए थे।
भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ एक वायरस से संक्रमित है और इसका ‘वैक्सीन’ देश के नागरिक हैं। उन्होंने कहा कि चार जून को जब फैसला आएगा तो उसके नेताओं बोलती बंद हो जाएगी। उन्होंने दावा किया कि चुनाव में विपक्ष कहीं नहीं दिखेगा और लोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर अपने विश्वास की फिर से पुष्टि करेंगे। उच्चतम न्यायालय द्वारा इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के जरिए डाले गए मतों के वीवीपैट के साथ पूर्ण सत्यापन की मांग वाली याचिकाओं को हाल ही में खारिज किए जाने का जिक्र करते हुए भाटिया ने कहा कि समस्या निर्वाचन आयोग या ईवीएम के साथ नहीं बल्कि विपक्ष के साथ है।
भाजपा प्रवक्ता ने विपक्षी गठबंधन पर सांप्रदायिक बयान देने का भी आरोप लगाया। भाटिया ने आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने हाल ही में एक रैली में एक उम्मीदवार से कहा कि उनके नाम में ‘शिव’ है और वह राम का मुकाबला कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सहयोगी द्रमुक ने भी सनातन धर्म की आलोचना की। उन्होंने वरिष्ठ कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की भतीजी और समाजवादी पार्टी की नेता मारिया आलम के ‘वोट जिहाद’ के आह्वान के लिए भी विपक्षी दलों की आलोचना की।
आलम ने मुसलमानों से अपनी अपील में जनता से भाजपा सरकार को सत्ता से बाहर करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि विपक्षी नेता चुनावों में ‘नफरत’ और ‘विभाजन’ के बीज बो रहे हैं और इसीलिए आलम के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ‘सबका साथ सबका विकास’ के लिए खड़ी है जबकि विपक्ष ‘वोट जिहाद’ की बात कर रहा है। भाटिया ने कहा, ‘‘वे भाजपा को नहीं हटा सकते क्योंकि लोगों के साथ इसका संबंध प्रेम से जुड़ा हुआ है।”