स्वामी प्रसाद मौर्या समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और एमएलसीपद से इस्तीफा देने के बाद अपनी पार्टी का गठन कर लिए हैं। स्वामी प्रसाद मौर्या ने अपनी पार्टी का नाम राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी रखा है। स्वामी प्रसाद मौर्या ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि विचाराधार के लिए पार्टी जब छोड़ दिया तो बेटा-बेटी क्या चीज हैं। उन्होंने ये भी कहा कि अगर उनकी बेटी संघमित्रा मौर्या बेजेपी से चुनाव लड़ेंगी तो प्रचार नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि INDIA गठबधंन का प्रचार करेंगे। स्वामी प्रसाद की बेटी संघमित्रा मौर्या बदायूं से भाजपा सांसद हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी धर्म के नाम पर बांटती है। हिंदू-मुस्लिम के नाम पर नफरत की राजनीति करती है। उधर उनकी बेटी भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्या समाजवादी पार्टी के बड़े नेताओं को ललकार रही हैं। बदायूं से धर्मेंद्र यादव का टिकट कटने पर तंज कसा। बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचकर जोश भरा। संघमित्रा मौर्य कह रही हैं कि उन्हें बीजेपी की जीत का 101% भरोसा है।
स्वामी प्रसाद मौर्य बीजेपी को कोस रहे हैं, लेकिन उनकी बेटी संघमित्रा अभी भी बीजेपी में हैं। उनके हौसले यहां तक मजबूत हैं कि भाजपा दोबारा बदायूं से लोकसभा चुनाव लड़ने मैदान में उतरेंगी। धर्मेंद्र यादव के टिकट कटने पर तंज कसा और शिवपाल यादव को हराने की हुंकान भरी।
संघमित्रा मौर्या को उनके पिता स्वामी प्रसाद मौर्या ही राजनीति में लाए। दोनों के बीच कोई कड़वाहट नहीं है। फिर ऐसा क्यों है कि बेटी बीजेपी के साथ हैं पिता बीजेपी के खिलाफ। इस सस्पेंस को संघमित्रा मौर्या ने ही बढ़ा दिया है। संघमित्र मौर्या कह रही हैं कि 2 महीने का इंतजार करिए।
यह पूछे जाने पर कि आपके पिता ने सपा छोड़ दी संघमित्रा ने कहा कि ज्यादा नहीं। दो महीने इंतजार करिये। परिणाम आपके सामने होगा। पिता की रणनीति पर बेटी खामोश है। घर के भीतर जो प्लान बनता है। उसे बाहर लाना बेहतर नहीं समझती।