भारतीय शेयर बाजार हफ्ते पहले कारोबारी दिन सोमवार को सीमित दायरे में खुला है। शुरुआती कारोबार में पीएसयू बैंक, फाइनेंशियल सर्विस, फार्मा, एफएमसीजी में बिकवाली देखी जा रही है। बीएसई का सेंसेक्स 97.55 अंक या 0.12 प्रतिशत फिसलने के बाद 79,388.77 पर कारोबार कर रहा है। वहीं, एनएसई का निफ्टी 8.05 अंक या 0.03 प्रतिशत फिसलने के बाद 24,140.15 पर कारोबार कर रहा है।
हालांकि, बाजार का रुझान सकारात्मक बना हुआ है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर 563 शेयर हरे, जबकि 1439 शेयर लाल निशान पर कारोबार कर रहे हैं।
निफ्टी बैंक 89.05 अंक या 0.17 प्रतिशत फिसलने के बाद के 51,472.15 पर है। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 357.95 अंक या 0.64 प्रतिशत गिरने के बाद 55,994.05 स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं, निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 177.30 अंक या 0.96 प्रतिशत फिसलने के बाद 18,268.30 पर है।
सेंसेक्स पैक में एशियन पेंट्स, एक्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस, रिलायंस आईसीआईसीआई बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फिनसर्व और एनटीपीसी टॉप लूजर्स थे। वहीं, टाटा मोटर्स, पावर ग्रिड, मारुति, एम एंड एम, एसबीआई, एचसीएल टेक और इंफोसिस टॉप गेनर्स थे।
एशियाई बाजारों की बात करें तो शंघाई, हांगकांग, जकार्ता, टोक्यो, सोल और बैंकॉक के बाजार लाल निशान पर कारोबार कर रहे थे। वहीं, अमेरिकी शेयर बाजार बीते कारोबारी दिन हरे निशान पर बंद हुए थे।
बाजार के जानकारों के अनुसार, “अमेरिकी बाजारों में लगातार तेजी, जिसने डॉव और एसएंडपी 500 को क्रमशः 40000 और 6000 से ऊपर पहुंचा दिया है, अब भारतीय बाजारों के लिए अनुकूल नहीं रह गई है।”
जानकारों ने आगे कहा कि भारत में वित्त वर्ष 2025 के लिए आय में अनुमान से भी खराब गिरावट के कारण शेयर की कीमतों पर असर पड़ रहा है, जिससे निकट भविष्य में मंदी का रुख बना हुआ है।
एफआईआई अपना पैसा बेचना जारी रख सकते हैं और अमेरिका में निवेश कर सकते हैं, जिसने इस साल अब तक भारत से बेहतर प्रदर्शन किया है।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 8 नवंबर को 3,404 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने उसी दिन 1,748 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी खरीदी।