कांग्रेस पार्टी ने शनिवार को संसद के सेंट्रल हॉल में संसदीय दल की बैठक की और सर्वसम्मति से पूर्व पार्टी अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी को संसदीय दल का अध्यक्ष चुना। उनके नाम का प्रस्ताव कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने किया, उसके बाद पार्टी नेता गौरव गोगोई, तारिक अनवर, के सुधाकरन ने उनका नाम प्रस्तावित किया। कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यह अच्छा है कि वह (सोनिया गांधी) सीपीपी के रूप में फिर से चुनी गईं और वह हमारा मार्गदर्शन करती रहेंगी।
सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि सोनिया गांधी जी को सर्वसम्मति से कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) का अध्यक्ष चुना गया है। वहीं, कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने आज (8 जून) राहुल गांधी को 18वीं लोकसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) के रूप में नियुक्त करने का प्रस्ताव पारित किया। बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने कहा कि पूर्व पार्टी प्रमुख जल्द ही कोई निर्णय लेंगे। उन्होंने कहा कि सीडब्ल्यूसी ने सर्वसम्मति से राहुल गांधी से लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद लेने का अनुरोध किया है। संसद के अंदर इस अभियान का नेतृत्व करने के लिए वह सबसे अच्छे व्यक्ति हैं।’
पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में हुई विस्तारित कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया गया जिसमें लोकसभा चुनाव के दौरान खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी के ‘जोरदार प्रचार अभियान’ के लिए उनकी सराहना की गई। इसमें ‘इंडिया’ गठबंधन के सहयोगी दलों को भी धन्यवाद दिया गया। विस्तारित कार्य समिति की बैठक में पार्टी संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और कार्य समिति के अन्य सदस्य एवं वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। कार्य समिति ने राहुल गांधी से नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभालने का आग्रह करते हुए भी एक प्रस्ताव पारित किया।