कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोमवार को अभिनेता से नेता बने सनी देओल के जुहू स्थित आवास की ई-नीलामी के लिए बैंक नोटिस वापस लेने को लेकर केंद्र की भाजपा सरकार पर तंज कसा और कहा, “आश्चर्य है कि इन तकनीकी कारणों को किसने शुरू किया।”
कांग्रेस पार्टी के महासचिव ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, “कल दोपहर को देश को पता चला कि बैंक ऑफ बड़ौदा ने भाजपा सांसद सनी देओल के जुहू स्थित आवास को ई-नीलामी के लिए रखा है क्योंकि उन्होंने भुगतान नहीं किया है।” बैंक का 56 करोड़ रुपये बकाया है।”
कांग्रेस राज्यसभा
सांसद ने कहा, “आज सुबह, 24 घंटे से भी कम समय में, देश को पता चला कि बैंक ऑफ बड़ौदा ने ‘तकनीकी कारणों’ से नीलामी नोटिस वापस ले लिया है।
आश्चर्य है कि इन ‘तकनीकी कारणों’ को किसने ट्रिगर किया?”
सनी देओल पंजाब के गुरदासपुर संसदीय क्षेत्र से बीजेपी के लोकसभा सांसद हैं।
कांग्रेस नेताओं की यह टिप्पणी केंद्र सरकार के स्वामित्व वाले बंधक ऋणदाता, बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) द्वारा 30 जून को 34,832.16 करोड़ रुपये के सकल गैर-निष्पादित ऋण से लदे होने के बाद आई है, जिसने अभिनेता की नीलामी के अपने फैसले को वापस लेने का फैसला किया है।
सनी देओल की मुंबई की संपत्ति पर 56 करोड़ रुपये का कर्ज और उस पर ब्याज।
यह फैसला बैंक द्वारा अभिनेता की संपत्ति की ई-नीलामी के बारे में विज्ञापन देने के एक दिन बाद आया है।
सोमवार को एक अखबार के विज्ञापन में कहा गया कि “मैं श्री अजय सिंग देओल उर्फ श्री सनी देओल के बिक्री नोटिस का सम्मान करता हूं, जिसे तकनीकी कारणों से वापस ले लिया गया है” और संपत्ति का विवरण सूचीबद्ध किया गया है।