शामली। बाबरी क्षेत्र के गांव भाज्जू निवासी अमित और प्रमोद शुक्रवार रात को बाइक पर किसी काम से भौराकलां जा रहे थे। रास्ते में सड़क दुर्घटना में उनकी मौत हो गई थी। शनिवार दोपहर को मुजफ्फरनगर से पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शव गांव पहुंचे तो परिजनों में कोहराम मच गया। ग्रामीणों ने दोनों युवकों के शव गांव में शामली-भौराकलां मार्ग पर रखकर जाम लगा दिया। जाम की सूचना पर एसडीएम बुढ़ाना, थाना बाबरी व भौराकलां पुलिस गांव में पहुंची।
ग्रामीणों ने एसडीएम बुढ़ाना को मांग पत्र देकर दोनों के परिवार के आश्रितों को सरकारी नौकरी देने, सड़क दुर्घटना में पांच लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने, सरकारी आवास, मुख्यमंत्री राहत कोष से वित्तीय सहायता देने, विधवा पेंशन का लाभ देने, कृषि योग्य पट्टा आवंटित करने, राष्ट्रीय पारिवारिक बीमा लाभ योजना, अंत्योदय राशन कार्ड बनाने, आयुष्मान कार्ड बनाने आदि मांगें की गई। एसडीएम ने पीड़ितों को हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया। इसके बाद जाम खोल दिया।
गांव भाज्जू निवासी अमित राजमिस्त्री का कार्य करता था। उसके पिता की कई साल पहले मौत हो गई थी। उसके तीन छोटी बहन है। अमित की मार्च में शादी होनी तय थी। घर में कमाने वाला वहीं था। युवक की मौत होने से मां मेमकला व बहनों का रो-रोकर बुरा हाल बना रहा। दूसरा युवक प्रमोद मजदूरी करता था। तीन पुत्री के बाद एक फरवरी को उसकी पत्नी ने पुत्र को जन्म दिया है। वहीं मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण कर रहा था। उसकी मौत होने पर पत्नी व अन्य परिजनों में कोहराम मचा है।