राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 2001 में आज के ही दिन संसद की रक्षा करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर शहीदों को शुक्रवार को श्रद्धांजलि दी और कहा कि राष्ट्र उनके प्रति बेहद आभारी है।
मुर्मू ने आतंकवाद से लड़ने के भारत के अटूट संकल्प को दोहराते हुए कहा कि राष्ट्र आतंकवादी ताकतों के खिलाफ एकजुट है। पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों ने 2001 में आज ही के दिन संसद परिसर पर हमला किया था, जिसमें नौ लोग मारे गए थे। सुरक्षा बलों ने सभी पांच आतंकवादियों को भी मार गिराया था।
राष्ट्रपति ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ मैं उन वीरों को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं जिन्होंने 2001 में आज ही के दिन हमारी संसद की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी थी। उनका साहस और निस्वार्थ सेवा हमें प्रेरित करती रहेगी। राष्ट्र उनके और उनके परिवारों के प्रति हृदय से आभारी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ इस दिन मैं आतंकवाद से लड़ने के लिए भारत के अटूट संकल्प को दोहराती हूं। हमारा देश आतंकवादी ताकतों के खिलाफ एकजुट है।