कांग्रेस सांसद और लोकसभा नेता राहुल गांधी मणिपुर पहुंचे है। वह यहां राहत शिविरों का दौरा करेंगे और आज शाम मणिपुर के राज्यपाल से मुलाकात करेंगे। हालांकि, इसको लेकर भाजपा ने राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा है। भाजपा ने दावा किया है कि संवेदनशील मामले पर राहुल गांधी राजनीति कर रहे हैं। बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मणिपुर एक संवेदनशील मुद्दा है। वहां शांति लाने के लिए सभी को प्रयास करना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी इसका राजनीतिकरण कर रहे हैं…संसद में क्या हंगामा मचा?
भाजपा नेता ने आगे कहा कि नई संसद में प्रधानमंत्री को जवाब देने की इजाजत नहीं दी गई। राहुल गांधी विपक्ष के नेता हैं, उनसे कुछ जिम्मेदारी की उम्मीद की जाती है। यह बेहद दुखद है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार को मणिपुर के जिरिबाम जिले में एक राहत शिविर का दौरा किया। कांग्रेस के एक नेता ने बताया कि राहुल जिरिबाम उच्च माध्यमिक स्कूल में बनाए राहत शिविर में पहुंचे और उसमें रह रहे लोगों से बातचीत की। उन्होंने बताया, ‘‘जिरिबाम राहत शिविर में राहुल ने आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों से बातचीत की।’’ उन्होंने बताया कि इससे पहले, राहुल ने असम में एक राहत शिविर का दौरा किया और उसके बाद वह सड़क मार्ग से जिरिबाम पहुंचे।
कांग्रेस नेता ने असम के फुलर्टल स्थित थलाई इन यूथ केयर सेंटर में एक राहत शिविर का दौरा किया, जहां उन्होंने पीड़ितों से मुलाकात की। इसके बाद राहुल ने एक्स पोस्ट पर लिखा कि असम में बाढ़ से हुई भीषण तबाही दिल दहला देने वाली है – 8 साल के अविनाश जैसे मासूम बच्चों को हमसे छीन लिया गया। राज्य भर के सभी शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। उन्होंने कहा कि असम कांग्रेस के नेताओं ने मुझे जमीनी स्थिति से अवगत कराया: राहुल ने दावा किया कि अब तक राज्य में 60+ मौतें हुई हैं, 53,000+ विस्थापित जबकि 24,00,000 प्रभावित हुए है। ये आंकड़े भाजपा की डबल इंजन सरकार के घोर और गंभीर कुप्रबंधन को दर्शाते हैं जो “बाढ़ मुक्त असम” के वादे के साथ सत्ता में आई थी।