केरल के वायनाड में मंगलवार को हुए भूस्खलन ने तबाही मचा दी। अब तक इस भूस्खलन के कारण मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 308 पर पहुंच चुका है वहीं अभी करीब 300 लोग लापता बताए जा रहे हैं।
केरल के एडीजीपी एमआर अजित कुमार ने शुक्रवार को कहा कि वायनाड के मुंडक्कई में भारी बारिश के बावजूद बड़े पैमाने पर खोज एवं बचाव अभियान जारी है तथा लगभग 300 लोग अब भी लापता हैं।
भारी बारिश के कारण मंगलवार को हुए भूस्खलन में मरने वालों की संख्या कल 190 तक पहुंच गई थी, जबकि अधिकारियों ने यह संख्या बढ़ने की आशंका जताई है।
कुमार ने संवाददाताओं से कहा कि लगभग 300 लोग अब भी लापता हैं, लेकिन वास्तविक संख्या का पता राजस्व विभाग द्वारा विवरण एकत्र करने के बाद ही लगाया जा सकेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘अब तक हमें जो जानकारी मिली है उसके अनुसार लगभग 300 लोग अब भी लापता हैं। राजस्व विभाग विवरण एकत्र करने में लगा हुआ है। एक-दो दिन में तस्वीर पूरी तरह साफ हो सकेगी।’’
राज्य में कानून एवं व्यवस्था के प्रभारी एडीजीपी ने कहा कि भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों को छह जोन में विभाजित किया गया है और श्वान दस्तों के साथ अलग-अलग टीम ने तलाश अभियान शुरू कर दिया है।
उन्होंने कहा कि केरल पुलिस विशेषज्ञ एजेंसियों की मदद से चलियार नदी में कोझिकोड शहर तक तलाश अभियान चलाएगी।
कुमार ने कहा, ‘‘हम नदी में भी तलाश अभियान संचालित कर रहे हैं। कल हमें पोथुकल से शव मिले थे। इसलिए अब हमने चलियार नदी के किनारे से लेकर कोझिकोड शहर तक के सभी पुलिस थानों को अपने-अपने इलाकों में तलाश अभियान चलाने का निर्देश दिया है।’’
मलप्पुरम जिले में चलियार नदी के तट से शव मिलने की खबरें हैं।
अधिकारियों ने बताया था कि मलप्पुरम से होकर बहने वाली चलियार नदी के आसपास से मिले 143 शव और शरीर के कई अंग वायनाड लाए गए हैं।