दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम कॉरिडोर पर ढाई माह से चल रहा परीक्षण सफलतापूर्वक अंतिम चरण में पहुंच गया। 180 किलोमीटर की रफ्तार में भी कोई तकनीकि खामी सामने नहीं आई है। साहिबाबाद से दुहाई तक 17 किलोमीटर लंबे खंड पर रेल परिचालन की तैयारी चल रही है।
रैपिड रेल का परीक्षण जनवरी में शुरू हुआ था। गुजरात के सांवली से आई पांचों ट्रेन ट्रैक पर विभिन्न गति से चलाकर देखी जा रही है। रैपिड रेल की अधिकतम गति 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रही। इसके अलावा 100 और 160 किलोमीटर की रफ्तार पर भी रेल को चलाकर देखा गया। फिलहाल परीक्षण में किसी प्रकार की खामी सामने नहीं आई है। मौजूदा समय में रैपिड रेल का परीक्षण अंतिम चरण में पहुंच गया है। एक या दो दिन में परीक्षण का काम पूरा हो जाएगा। इसे देखते हुए 31 मार्च तक परिचालन का दावा किया जा रहा है।
रैपिड रेल कॉरिडोर के पांचों स्टेशन पर निर्माण कार्य चल रहा है। साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो स्टेशन पर काम चल रहा है। निर्माण कार्य को देखकर माना जा रहा है कि 31 मार्च तक रैपिड रेल का परिचालन मुश्किल है। स्टेशन का काम 95 फीसदी पूरा होने का दावा किया जा रहा है। प्रवेश और निकास द्वार तैयार हैं। लिफ्ट और स्वचालित सीढ़ी बनकर तैयार हैं। ट्रैक बिछाने के बाद सुरंग में सिग्नल और ओएचई लगाने का काम शुरू होगा। रैपिड रेल सुरंग में भी 180 और 100 किलोमीटर प्रति घंटे की औसत गति के साथ चल सकेगी।
भैंसाली से मेरठ के बीच की दोनों सुरंग तैयार
शताब्दीनगर के कास्टिंग यार्ड की ट्रैक स्लैब फैक्ट्री में ट्रैक का निर्माण किया जा रहा है। देश में पहली बार ऐसी तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है जिनसे उच्च क्षमता वाले बलास्टलैस ट्रैक स्लैब का उत्पादन हो रहा है। इनके निर्माण में उच्च गुणवत्ता वाले कंक्रीट का इस्तेमाल किया जा रहा है। सुरंग में ट्रैक बिछाने के लिए जहां जरूरत है वहां विशेष प्रकार के रबर पैड लगाए जा रहे हैं जो कंपन को नियंत्रित करने का कार्य करते हैं।
सुरंग में ट्रैक बिछाने का काम शुरू
रैपिड रेल प्रोजेक्ट में अब मेरठ शहर में सुरंग के अंदर ट्रैक बिछाने का काम सोमवार से शुरू हो गया। गांधीबाग से बेगमपुल के बीच सुरंग में ट्रैक का काम शुरू हुआ है। इसके बाद भैंसाली से बागपत तिराहे के बीच सुरंग में ट्रैक बिछाने का काम होगा। गत दिनों मेरठ में चौथी सुरंग का काम पूरा हुआ था। इसके तैयार होने के बाद अब एनसीआरटीसी की ओर से सुरंग में ट्रैक बिछाने का काम शुरू हो गया।