रेल मंत्रालय ने उन्नयन योजना में संशोधन करके ‘विस्टाडोम नॉन-एसी’, ‘विस्टाडोम कोच’, ‘एग्जीक्यूटिव अनुभूति’ और ‘थर्ड एसी इकॉनमी’ (3ई) समेत नयी शुरू की गई ट्रेन श्रेणियों को इस योजना में शामिल किया है।
मंत्रालय के 13 मई के एक परिपत्र में कहा गया है कि ट्रेन में उपलब्ध सीटों का इष्टतम उपयोग करने के लिए 2006 में एक योजना शुरू की गई थी। इस योजना के तहत यदि किसी ट्रेन में कोई सीट खाली है तो पूरा किराया देने वाले यात्रियों का बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के अगली उच्च श्रेणी में उन्नयन कर दिया जाता है। उन्होंने कहा, ‘‘फिलहाल, यह योजना सभी प्रकार की ट्रेनों में उपलब्ध है।’’
मंत्रालय ने नयी ट्रेन श्रेणियों – ‘विस्टाडोम नॉन-एसी’ (वीएस), ‘विस्टाडोम कोच’ (ईवी), ‘एग्जीक्यूटिव अनुभूति’ (ईए) और ‘3ई’ – को उन्नयन के दायरे के तहत लाने के लिए मौजूदा योजना की समीक्षा की है क्योंकि इन श्रेणियों को 2014 के बाद पेश किया गया था जब उन्नयन योजना में अंतिम बार संशोधन हुआ था।
परिपत्र के अनुसार, निम्न श्रेणी से उच्च श्रेणी में बैठने की व्यवस्था के उन्नयन का क्रम 2एस (द्वितीय श्रेणी), वीएस, सीसी (चेयर कार), ईसी (एग्जीक्यूटिव श्रेणी), ईवी और ईए है। इसी प्रकार, शयन उन्नयन के लिए क्रम ‘स्लीपर क्लास’ (एसएल), 3ई, ‘एसी’ तृतीय श्रेणी (3ए), एसी द्वितीय श्रेणी (2ए) और एसी प्रथम श्रेणी (1ए) है।