अयोध्या राम मंदिर में वीआईपी दर्शन के नाम पर फर्जीवाड़ा करने के आरोप में पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। दोनों आरोपी राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से बनाए जा रहे सुगम और आरती पास को एडिट कर श्रद्धालुओं से मोटी रकम वसूलते थे। जबकि ट्रस्ट की ओर से यह पास बिल्कुल निःशुल्क बनाए जाते हैं। 28 मई को रंगमहल बैरियर पर पास की चेकिंग के दौरान यह फर्जीवाड़ा पकड़ा गया है।
राम मंदिर में श्रद्धालुओं को आसानी से दर्शन प्राप्त हो सके इसलिए ट्रस्ट की ओर से सुगम दर्शन पास की व्यवस्था की गई है। साथ ही रामलला की आरती में भी शामिल होने के लिए सीमित संख्या में पास जारी किए जाते हैं। भक्त ऑनलाइन भी पास बुक करा सकते हैं। ट्रस्ट की वेबसाइट पर जाकर पास आसानी से बुक किया जा सकता है।
आरोपी पहले अपनी आईडी से ट्रस्ट की वेबसाइट पर जाकर पास बुक कर लेते थे। फिर श्रद्धालुओं से पास के लिए पैसे वसूलते थे और पास को एडिट कर उन्हें दर्शन कराते थे। मामला पकड़े जाने के बाद पुलिस ने अजय कुमार मौर्या और नरेंद्र पांडेय के खिलाफ केस दर्ज किया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।