प्राण प्रतिष्ठा के लिए 22 जनवरी 2024 की तारीख तय है और इस तय तारीख से पहले गुरुवार 18 जनवरी को गर्भगृह में प्रतिमा को स्थापित किया जा चुका है। इससे पहले रामलला की प्रतीमा की तस्वीर सामने आई है। तस्वीर सामने आने के बाद राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि जहां नई मूर्ति है, वहीं प्राण प्रतिष्ठा के नियम हो रहे हैं और अभी रामलला के शरीर को कपड़े से ढक दिया गया है।
पुजारी दास ने कहा है कि जो आंख खुली हुई मूर्ति दिखाई गई, वो सही नहीं है। पुजारी सत्येंद्र दास ने कहा है कि प्राण प्रतिष्ठा से पहले नेत्र नहीं खुलेंगे और अगर ऐसी तस्वीर आ रही है तो इसकी जांच होगी कि ऐसा किसने किया है। आचार्य ने कहा, मूर्ति का ऐसा स्वरूप मिल नहीं सकता है, अगर मिल गया है तो उसकी जांच होगी। ऐसे किसने खोल दिया और किसने ये किया, कैसे ये मूर्ति वायरल हो गई, उसकी जांच की जाएगी। कल दरअसल प्राण प्रतिष्ठा के तीन दिन पहले रामलला की संपूर्ण तस्वीर मीडिया में आ गई थी।
उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा तक पूरा श्रंगार होगा लेकिन, नेत्र नहीं खुलेंगे। इस समय मंत्रों के द्वारा और कर्मकांड को लेकर हो रहे हैं। इस बीच रामलला के शरीर के अन्य हिस्से खोल सकते हैं लेकिन नेत्र नहीं खुलेंगे, क्योंकि शरीर के अन्य हिस्सों में जो पुष्पाधिवास, जलाधिवास देना होता है. बाकी जो भी प्राण प्रक्रिया है वो किया जाएगा। राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर देश के नामचीन लोगों को निमंत्रण पत्र भेजा गया है। इसमें सिनेमा, व्यापार, अध्यात्म से लेकर मीडिया जगत के कई दिग्गज शामिल हैं।