अभिनेता रजनीकांत द्वारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पैर छूने पर कांग्रेस नेता उदित राज का बयान सामने आया है। उदित राज ने कहा कि दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भविष्य में प्रधानमंत्री के रूप में देखे जाने पर बहस हो रही है इसलिए अभिनेता रजनीकांत ने पैर छुए होंगे, नहीं तो रजनीकांत ने प्रधानमंत्री मोदी के लिए यह शिष्टाचार तो नहीं दिखाया था। रजनीकांत को सीएम योगी आदित्यनाथ में भावी प्रधानमंत्री की झलक दिख रही है। ऐसी बातें चल रही हैं।
बता दें कि बीते सप्ताह जब दिग्गज अभिनेता रजनीकांत ने योगी आदित्यनाथ के पैर छुए तो विवाद खड़ा हो गया। जब चारों तरफ से रजनीकांत के इस कदम की आलोचना होने लगी तो रजनीकांत ने खुद इसपर जवाब दिया और कहा कि कि संन्यासियों और योगी के पैर छूना उनकी आदत है, फिर उनकी उम्र कुछ भी हो। मेरे इस कदम से किसी को कुछ परेशानी नहीं होनी चाहिए। कई लोगों का कहना था कि रजनीकांत की उम्र और छवि योगी आदित्यनाथ से बड़ी है, ऐसी स्थिति में उनका पैर छूना कहीं से जायज नहीं है।
दिग्गज अभिनेता रजनीकांत ने इस दौरान उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भी मुलाकात की। उन्होंने इस मुलाकात पर कहा कि मैं 9 साल पहले मुंबई में एक समारोह में अखिलेश यादव से मिला था और तब से हम दोस्त हैं। हम फोन पर बात करते हैं। 5 साल पहले जब मैं यहां शूटिंग के लिए आया था लेकिन मैं उनसे नहीं मिल सका, अब वह यहां हैं इसलिए मेरी मुलाकात हुई।
इसके बाद रजनीकांत ने कुंडा से निर्दलीय विधायक और दिग्गज नेता राजा भैया से भी मुलाकात की थी। इस मुलाकात पर राजा भैया ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मेरे आवास रामायण में रजनीकांत का स्वागत करने का सौभाग्य मिला।वे देश के सबसे बड़े महानायक हैं लेकिन केवल फिल्म जगत में ही नहीं अध्यात्म और भक्ति के क्षेत्र में भी वे उन्नत अवस्था में हैं।उन्हें बाबा विश्वनाथ की विभूति, दिनकर जी की रश्मिरथी और गोमुख का गंगाजल सादर भेंट किया।