उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य की नदियों और पुराने तालाबों के किनारे अतिक्रमण को फौरन हटाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर आदित्यनाथ के हवाले से इस सिलसिले में निर्देश जारी किये गये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, “मुरादाबाद में रामगंगा नदी के किनारे अतिक्रमण की स्थिति है। ऐसी ही स्थिति काशी, सहारनपुर आदि जनपदों में भी देखी जा सकती है।”
इसी संदेश में आगे कहा गया, “अभी लखनऊ में कुकरैल नदी के पुनरुद्धार की कार्रवाई हो रही है। अवैध बसावट को हटाकर उन्हें अन्यत्र पुनर्वासित कराया गया है। इसी प्रकार, अन्य जिलों में भी स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप कार्य किया जाना चाहिए।” मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा, “यह सुनिश्चित कराया जाए कि नदी बेसिन में कोई बसावट न हो। पुराने तालाबों/पोखरों व अन्य जलाशयों को संरक्षित किया जाए। अतिक्रमण हो तो तत्काल हटाया जाए।”
गौरतलब है कि राजधानी लखनऊ में कुकरैल नदी और बंधे के बीच बसाए गए अकबरनगर प्रथम और द्वितीय के अवैध निर्माण तोड़ने की कार्रवाई का नया चरण सोमवार से शुरू कर दिया गया है। भूमाफिया ने पर्यावरण संरक्षण के मानकों को दरकिनार कर कुकरैल नदी के इर्दगिर्द बहुमंजिला इमारतें एवं शोरूम बना दिये थे। साथ ही कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर अवैध कॉलोनियां भी बसा दी गईं थीं। प्रदेश सरकार ने उच्चतम न्यायालय के आदेश पर नवंबर 2023 में कुकरैल नदी और बंधे के बीच बसे अकबरनगर प्रथम और द्वितीय के 1068 अवैध आवासीय और 101 व्यावसायिक भवनों को ध्वस्त करने का आदेश दिया था।