बर्ड फ्लू ने एक बार फिर से दस्तक दे दी है। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक बाघिन की बर्ड फ्लू से मौत हो गई है। राज्य के चिड़ियाघरों में बर्ड फ्लू की आशंका के बाद लखनऊ और गोरखपुर चिड़ियाघर और इटावा लायन सफारी को एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया गया। आम लोगों से यात्रा से बचने की अपील की गई है। यह फैसला गोरखपुर चिड़ियाघर में एक बाघिन की बर्ड फ्लू से मौत की पुष्टि के बाद आया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अधिकारियों को राज्य के सभी चिड़ियाघरों में एच5 एवियन इन्फ्लूएंजा (बर्ड फ्लू) के प्रसार की जांच के लिए अधिकतम सतर्कता लागू करने का निर्देश दिया। 7 मई को गोरखपुर चिड़ियाघर में बाघिन शक्ति की मौत के बाद अलार्म बज गया था। इसके विसरा के नमूने राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान, भोपाल भेजे गए, जिसने मंगलवार को मौत का कारण बर्ड फ्लू की पुष्टि की।
क्या है बर्ड फ्लू/ एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस?
सबसे पहले ये जान लेते हैं कि एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस जिसे आम बोलचाल की भाषा में बर्ड फ्लू कहा जाता है क्या है जिसका वैज्ञानिक नाम H5 Avian Influenza Virus है। ये एक ऐसा वायरस है जो आमतौर पर पक्षियों और पशुओं को संक्रमित करता है। मगर इंसानों तक भी पहुंच जाता है जो काफी घातक साबित होता है। दरअसल ये पक्षियों के माध्यम से इंसानों तक पहुंचता है। जानकारी के लिए बता दें कि इस संक्रमण से इंसानों की मृत्यु दर 50% तक रही है। ऐसे में ये तो साफ है कि ये जानलेवा है।
क्या है बर्ड फ्लू की पहचान और इसके बचाव के तरीके?
अब सवाल ये उठता है कि बर्ड फ्लू की पहचान क्या है और इसके बचाव के तरीके क्या हैं? अगर ये वायरल किसी तरह से इंसान के आंख, नाक, मुंह तक पहुंच जाता है और सांस के द्वारा अंदर चला जाता है तो बर्ड फ्लू हो जाता है। इसके लक्षणों की बात करें तो बर्ड फ्लू से संक्रमित इंसान को तेज बुखार, खांसी, सांस लेने में दिक्कत, गले में दर्द, शरीर में दर्द और उल्टी आने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
बर्ड फ्लू से कैसे करें बचाव?
चलिए जान लेते हैं कि बर्ड फ्लू से कैसे करें बचाव?
1. संक्रमित पक्षियों से दूर रहने की कोशिश करें।
2. जो लोग चिकन, अंडा खाते हैं वो उसे खाने से परहेज करें, अगर खाते हैं तो अच्छे से पका कर खाएं।
3. अगर आपके घर में जानवर हैं तो साफ-सफाई का खास ध्यान रखें।
4. बुखार, खांसी होने पर हाथों को बार-बार धोएं और नाक, मुंह और आंख पर लगाने से परहेज करें।
5. कोई भी लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें और परामर्श लें।