पार्लियामेंट सेशन शुरू होते ही विपक्ष ने केंद्र सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर पिछले 15 दिनों की बड़ी घटनाओं के बारे में बताया।
18 वीं लोकसभा के पहले सत्र की आज शुरुआत से पहले नवनियुक्त सांसद सदन में शपथ ले रहे थे वहीं दूसरी तरफ संसद के बाह विपक्ष के नेता संविधान बचाने के नारे लगा रहे थे। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह सहित तमाम कैबिनेट के मंत्रियों के साथ संसद के नवनियुक्त सांसदों ने भी शपथ लिया।
सदन से बाहर निकलने के बाद मीडिया के सामने आकर राहुल गांधी ने कहा कि ‘हम संविधान पर हमला नहीं होने देंगे।’ वहीं एनडीए सरकार के गठन के बाद से 15 दिनों के अंदर की घटनाओं का जिक्र कर राहुल गांधी ने सोशल मीडिया के जरिए भी पीएम मोदी की सरकार पर हमला बोला।
एक्स पर राहुल गांधी ने लिखा एनडीए के पहले 15 दिन। भीषण ट्रेन दुर्घटना, कश्मीर में आतंकवादी हमले, ट्रेनों में यात्रियों की दुर्दशा, नीट घोटाला, नीट-पीजी निरस्त, यूजीसी नेट का पेपर लीक, दूध, दाल, गैस, टोल और महंगे, आग से धधकते जंगल, जल संकट, हीट वेव में इंतजाम न होने से मौतें।
राहुल गांधी ने लिखा कि मनोवैज्ञानिक तौर पर बैकफुट पर पीएम नरेंद्र मोदी, बस अपनी सरकार बचाने में व्यस्त हैं। नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार का संविधान पर आक्रमण हमारे लिए स्वीकार्य नहीं है – और ये हम किसी हाल में होने नहीं देंगे। इंडी गठबंधन का मज़बूत विपक्ष अपना दबाव जारी रखेगा, लोगों की आवाज़ उठाएगा और प्रधानमंत्री को बिना जवाबदेही बच कर निकलने नहीं देगा।
दरअसल इससे पहले आज संसद के सत्र की शुरुआत से पहले सदन में जब पीएम मोदी शपथ लेकर सांसदों का अभिवादन कर रहे थे तो राहुल गांधी भी अपनी सीट पर हाथ में संविधान की किताब लिए हाथ जोड़ते नजर आए। वहीं जब अमित शाह सांसद के तौर पर शपथ लेने जा रहे थे और राहुल गांधी की तरफ उनका चेहरा हुआ तो राहुल गांधी अपनी सीट से संविधान की किताब हाथ में लिए उसे लहराते नजर आए।
वहीं सदन से बाहर मीडिया के लोगों से राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी और अमित शाह संविधान पर हमला कर रहे हैं, यह हमला हम होने नहीं देंगे। यह हमला हमें स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने इसके साथ ही दावा किया कि विपक्ष का जो संदेश है वह जनता तक पहुंच रहा है और कोई भी ताकत भारत के संविधान का इसलिए बाल बांका नहीं कर सकती क्योंकि हम इसकी रक्षा करेंगे।