समाजवादी पार्टी के मेरठ शहर के विधायक रफीक अंसारी को पुलिस ने सोमवार को बाराबंकी से गिरफ्तार कर लिया है। रफीक अंसारी लखनऊ गए थे और लखनऊ से मेरठ वापस लौट रहे थे इसी दौरान पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया। गिरफ्तार करने के बाद पुलिस आवश्यक कार्रवाई कर रही है।
बताया जा रहा है कि बाराबंकी से गिरफ्तार करने के बाद सोमवार की शाम तक पुलिस उन्हें मेरठ लेकर पहुंचेगी। सपा विधायक रफीक अंसारी पिछले 7 दिनों से अंडरग्राउंड थे और उत्तर प्रदेश पुलिस उनकी तलाश कर रही थी। उनकी तलाश में पुलिस द्वारा कई जगह छापेमारी भी की गई थी।
बताया जा रहा है कि सपा विधायक रफीक अंसारी के खिलाफ कोर्ट से कई बार गैर जमानती वारंट जारी होने के बावजूद एसपी विधायक रफीक अंसारी कोर्ट में हाजिर नहीं हुए। इसी मामले को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने यूपी पुलिस को उन्हें गिरफ्तार करने का निर्देश दिया था।
बताया जा रहा है कि वर्ष 1995 में शहर में जाम लगाने और तोड़फोड़ के एक मामले में रफीक अंसारी के साथ ही 40 लोगों के खिलाफ पुलिस द्वारा मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में और रफीक अंसारी समेत 22 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हुई थी।
1997 में न्यायालय में मामले की सुनवाई हुई और 22 आरोपियों में से रफीक अंसारी को छोड़कर अन्य सभी को न्यायालय द्वारा बरी कर दिया गया था। बताया जा रहा है कि रफीक अंसारी कोर्ट में कैसे नहीं हुए थे। इसके बाद रफीक अंसारी हाई कोर्ट चले गए।
हाई कोर्ट जाने के बाद कोर्ट ने कहा कि जिस मामले में सभी बरी हो चुके हैं उसमें रफीक अंसारी को भी बरी किया जाए। इसी मामले में हाई कोर्ट में सुनवाई के दौरान रफीक अंसारी हाजिर नहीं हुए। उसके बाद कोर्ट द्वारा उनके खिलाफ एनबीडब्ल्यू जारी किया गया।
कोर्ट द्वारा गैर जमानती वारंट जारी किए जाने के बाद भी रफीक अंसारी कोर्ट में प्रस्तुत नहीं हुए। इस मामले को लेकर हाईकोर्ट द्वारा डीजीपी से सपा विधायक रफीक अंसारी को गिरफ्तार कर कोर्ट में प्रस्तुत करने के लिए आदेश दिया गया था। जिसके चलते पुलिस उनकी तलाश कर रही थी।
आज सोमवार को पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि सोमवार शाम तक पुलिस ने मेरठ लेकर पहुंचेगी। उसके बाद पुलिस द्वारा आवश्यक कार्रवाई करते हुए उन्हें कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। विधायक के गिरफ्तारी होने के बाद उनके समर्थकों में हड़कंप मचा हुआ है।