मेरठ नगर निगम की पहली बोर्ड बैठक में पार्षदों में सम्मान को लेकर ठन गई। पार्षदों ने एक दूसरे पर जमकर छींटाकसी कर दी। सपा के पार्षद, पार्षद पति कहने पर चिढ़कर हंगामा करने लगे। वहीं एक पार्षद पति को बोर्ड रूम से बाहर निकालना पड़ा। नगर निकाय चुनाव के बादा मंगलवार को मेरठ नगर निगम के नए बोर्ड की पहली बैठक थी। बैठक में सांसद, विधायक, एमएलसी से लेकर भाजपा के सभी जनप्रतिनिधि पहुंचे। माननीयों के सामने ही पार्षद एक दूसरे पर चीखने चिल्लाने लगे। महापौर ने शांति बनाए रखने का निवेदन किया लेकिन पार्षदों ने बात अनसुनी कर दी, तो मेयर हरिकांत अहलूवालिया को कहना पड़ा कि ये नगर निगम का सभाकक्ष है ये बदत्तमीजी यहां नहीं चलेगी।
वार्ड 31 के पार्षद कीर्ति घोपला मीटिंग में बैठे थे। तभी किसी ने चुटकी लेते हुए कीर्ति घोपला को पार्षद पति बोल दिया। इसी बात पर कीर्ति घोपला भड़क गए। कहा कि मैं खुद पार्षद हूं, ये पार्षद पति कहकर क्या साबित करना चाहते हैं। इसी बात पर सपा, भाजपा के पार्षदों में बहसबाजी होने लगी। भड़के कीर्ति घोपला को किसी तरह लोगों ने शांत कराया। लेकिन तब तक माहौल खराब हो चुका था।
महापौर हरिकांत अहलूवालिया ने पार्षदों की बहसबाजी को देखते हुए बेहद कड़क आवाज में बोला सबक सिखा दूंगा, ये बदत्तमीजी यहां नहीं चलेगी। ये सदन है यहां शांति बनाए रखो। अगर कोई सदन में कोई किसी तरह की अनुशासनहीनता करेगा या विवाद फैलाएगा तो उसे बाहर का रास्ता दिखा दूंगा। मेयर ने कहा पार्षद चाहे वो किसी भी दल का सदस्य है वो अलग बात है। लेकिन यहां हम सभी शहर के विकास के लिए बैठे हैं। मैं सभी का सम्मान करता हूं। हम सभी को यहां शहर के विकास की बात करना है।
बोर्ड रूम में भारी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया है। इलाके के सीओ, सिटी मजिस्ट्रेट भी बैठक में पहुंचे। आरएएफ भी तैनात किया गया। पार्षदों के शपथ ग्रहण समारोह में वंदे मातरम के बवाल को देखते हुए आज बोर्ड बैठक में पुलिस ने अतिरिक्त सुरक्षा इंतजाम रखे। सभागार के अंदर, बाहर भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई। महिला कांस्टेबल भी ड्यूटी दे रही थी। कहीं कोई हंगामा न हो जाए।
वहीं वार्ड 65 की पार्षद इलमास मीटिंग में नहीं पहुंची, उनकी जगह पार्षद पति हसीन बैठक में आकर बैठ गए। जब पार्षदों का परिचय सत्र हुआ तो उन्होंने अपना परिचय दिया। कुछ लोगों ने इसका विरोध किया कि पार्षद पति का बैठक में क्या औचित्य है। पार्षद पति ने कहा कि पार्षदजी बीमार हैं इसलिए मैं आया हूं। लेकिन सदन ने इस पर गंभीरता से विरोध जताया उनको बैठक से बाहर कर दिया।
सीसीएसयू में हुए पार्षदों के शपथ ग्रहण समारोह में AIMIM पार्षदों को पीटने का आरोपी भाजपा पार्षद राजीव गुप्ता काले ने जैसे ही अपना परिचय दिया तो तरह तरह की चर्चाएं होने लगी। भगवा कुर्ता पहनकर राजीव गुप्ता काले मीटिंग में पहुंचे। परिचय देते हुए कहा कि सदन में बैठे हिंदू, राष्ट्रविरोधी हिंदू हमारे भाई नहीं हैं। राष्ट्रहितैषी मुस्लिम पार्षद हमारे भाई हैं।
नगर निगम की पहली बोर्ड बैठक में भाजपा पार्षदों ने अपनी ताकत दिखाई। भाजपा से राज्यमंत्री, सांसद, विधायक, एमएलसी भी बैठक में पहुंचे। वहीं भाजपाई पार्षद भगवा कुर्ता पहनकर बैठक में पहुंचे। वंदेमातरम के बाद भारत माता की जय के नारे के साथ ही भारतीय जनता पार्टी जिंदाबाद और मोदी योगी जिंदाबाद के नारे भी भाजपाइयों ने लगाए।
बैठक में वंदेमातरम गाने से पहले महापौर ने सभी से कहा कि जिन्हें वंदेमातरम आता है वो गाएं, जिन्हें नहीं आता वो बेशक वंदेमातरम न गाएं, लेकिन सभी राष्ट्रगीत के सम्मान में खड़े होंगे। हमें किसी तरह का डिस्टर्बेंस या विवाद सदन में नहीं चाहिए। कोई भी आपस में बहस नहीं करोगे।