बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉक्टर सर्वेश जैन आवारा कुत्तों से परेशान हैं। उन्होंने आवारा कुत्तों को पकड़ने में सरकारी सिस्टम की विफलता का जिक्र किया। उन्हाेंने सागर जिले कके सभी आवारा कुत्तों को सुल्तानपुर और पीलीभीत भेजने का निवेदन किया।
मेनका गांधी और वरुण गांधी पशु कल्याण के क्षेत्र में विशेष काम किया है। अपने तीखे व्यंग्यों से समाज की विसंगतियों को समय-समय पर उजागर करते रहने वाले सागर मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉक्टर सर्वेश जैन ने इस बार आवारा कुत्तों को लेकर मुहिम छेड़ी है। उन्होंने इंदौर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष सीएल मुकाती को एक पत्र लिखा है और उनसे निवेदन किया है कि वह सागर के आवारा कुत्तों को पीलीभीत और सुल्तानपुर ट्रांसपोर्ट करने के लिए रियायती दर पर ट्रक उपलब्ध करायें ताकि इस समस्या से निजात पाई जा सके।
डॉक्टर सर्वेश जैन ने पत्र में लिखा है कि समस्या इस कदर हो चुकी है कि रोजाना कुत्तों के काटने के कई प्रकरण सामने आते हैं और दो बच्चों को तो कुत्तों ने काट काट कर अधमरा कर दिया था। उन्होने लिखा है कि सरकारी अफसर या मंत्रियों को फर्क नहीं पड़ता क्योंकि उनके बंगले पर एक गार्ड बैठा रहता है और जब नगर निगम से आवारा कुत्तों की समस्या के बारे में कहा जाता है तो वे संवेदनशीलता का परिचय देते हुए अहिंसा वादी बातें करने लगते हैं। ऐसे में इन कुत्तों को पीलीभीत और सुल्तानपुर भेजा जाना उचित होगा।
पीलीभीत और सुल्तानपुर बीजेपी सांसद मेनका गांधी और वरुण गांधी के संसदीय क्षेत्र है और मेनका गांधी पशु कल्याण के क्षेत्र में कार्य करने के लिए देश भर में जाना माना नाम है। पूरे प्रदेश या देश के अंदर जब भी पशुओं के प्रति कोई आंदोलन होता है तो मेनका गांधी और उनकी NGO पशुओं के पक्ष में दृढ़ता से सामने खड़ी दिखाई देती हैं। अब ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन इस पत्र को लेकर क्या जवाब देती है यह तो देखने वाली बात है लेकिन प्रोफेसर डॉक्टर सर्वेश जैन के इस पत्र ने आवारा कुत्तों को लेकर सागर समेत पूरे प्रदेश और देश की समस्या को एक बार फिर सामने ला दिया है।