मेरठ। जनपद में हो रहे बिना पार्किंग के अवैध निर्माणों पर मेरठ विकास प्राधिकरण विभाग ने चुप्पी साध रखी है। ऐसा प्रतीत होता है कि मेडा विभाग अवैध निर्माणों को रोकने का अपना फर्ज भूल गया हो, ग्राउंड जीरो रिपोर्ट के मुताबिक अवैध निर्माणों पर लेंटर डलने के बाद सील की कार्यवाही की जाती है लेकिन सील लगे होने के बाद भी निर्माण कार्य जारी रहता है जिसके बाद मेडा द्वारा पुलिस थाने में तैहरीर दे दी जाती है। और निर्माण को ध्वस्त नहीं किया जाता तथा फाइल को बंद कर दिया जाता है। और कुछ समय बाद वही अवैघ बिल्डिंग तैयार होकर खड़ी हो जाती है जिसकी पार्किंग सड़कों पर दिखाई देती है। जिससे जाम की समस्या बढ़ती जा रही है जाम की वजह से आम जनता को घंटों-घंटों सड़क पर खड़ा रहना पड़ता है सड़कों पर पार्किंग होने की वजह से जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन मेडा विभाग के अधिकारी अपनी मनमानी कर कार्यवाही नहीं कर रहे है। क्योंकि ज्यादातर अधिकारी बाहर के रहने वाले है। उन्हें मेरठ शहर में बढ़ते जाम से कोई फ़र्क नहीं पड़ रहा है। शहर को जाम से मुक्त कराने का योगी सरकार का सपना चकनाचूर होता दिखाई दे रहा है। मेडा उपाध्यक्ष की जीरो टॉलरेंस नीति की कुछ अधिकारी धज्जियां उड़ाते दिखाई दे रहे है। एसे ही कई मामले मेरठ विकास प्राधिकरण के प्रवर्तन खंड जोन सी 2 क्षेत्र स्थित बाईपास पर पठान पूरा गांव के सामने मेन रोड पर लगभग 600 वर्ग गज एरिया में व्यवसायिक निर्माण कार्य धड़ल्ले से हो रहा है। दूसरा जोन सी 2 बागपत बाईपास बंबे से पहले आर आर होटल के सामने लगभग 350-350 वर्ग गज एरिया में दो होटलों का निर्माण कार्य हो रहा है। जोन सी 3 कंकरखेड़ा क्षेत्र स्थित श्रद्धापूरी वाले रोड पर अंग्रेजी शराब की दुकान से पहले एक बड़ा कॉम्प्लेक्स का निर्माण कार्य किया जा रहा है। पांचवा जोन सी 3 कंकरखेड़ा क्षेत्र स्थित थाने के सामने बिल्डिंग का निर्माण सील तोड़कर किया जा रहा है। जोन ए वन क्षेत्र स्थित खैरनगर में छठा निर्माण कढ़ी चावल वालो की दुकान से आगे उल्टे हाथ पर अंदर ही अंदर किया जा रहा है जिसका रात्रि में ऊपरी मंजिल का लेंटर सड़क को जाम करके मशीन से डाला गया था और अब वर्तमान में लेंटर खोल दिया गया है। तथा सील की कार्यवाही नहीं की गई है। सातवा इससे आगे चावला वाले के सामने सील लगे होने के बावजूद हो रहा है बिना पार्किंग के निर्माण, आठवां नील की गली में भांग के ठेके के सामने सील तोड़कर अंदर ही अंदर किया जा रहा है निर्माण जबकि वहां मानचित्र स्वीकृत भी नहीं हो सकता है। नौवा जोन ए वन शहर सर्राफा बाजार नील की गली पकौड़ी वाले के पीछे बिहारी लाल के कॉम्पलेक्स के निर्माण पर सील लगे होने के बाद निर्माण कार्य जारी है। दसवां जोन ए वन स्वामी पाड़ा की गली में होता फ्लैटों का निर्माण लेकिन कार्यवाही शून्य है। आपको बतादे की यह सभी निर्माण कार्य अवर अभियंता पवन शर्मा के क्षेत्र में किए जा रहे है कार्यवाही न होने की वजह से बिल्डर मौके का फायदा उठाकर बड़ा मुनाफा कमा रहे है। जिसके चलते अवर अभियंता पवन शर्मा अपने विभाग को तो चुना लगा रहे है। एवं सरकार को भी भारी वित्तीय नुकसान पहुंचा रहे है। आई.जी.आर.एस मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत करने के बाद भी अवर अभियंता पवन शर्मा कार्यवाही नहीं कर रहे है और आई.जी.आर.एस पोर्टल पर शिकायतकर्ता से दूरभाष पर बात करने का ग़लत जबाव एवं रिपोर्ट लगाकर शिकायतकर्ता को भेज रहे है। जब इस बारे में मेडा के प्रवर्तन खंड विभाग अधिकारी अर्पित यादव से पूछा गया तो उन्होंने कहा हमने अवैघ निर्माणों पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगा रखा है। अगर इनके क्षेत्र में अवैध निर्माण होता पाया गया तो अवर अभियंता पर सख्त कार्यवाही होगी उसके बाद मेडा सचिव आनंद कुमार से पूछा गया तो उन्होंने कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।